मुंगेरः पहले मछली को काटा, फिर संतान की चाह में 8 साल की मासूम की चढ़ा दी बलि, ऐसे हुआ खुलासा
By एस पी सिन्हा | Updated: August 9, 2021 21:39 IST2021-08-09T21:38:16+5:302021-08-09T21:39:12+5:30
बिहार के मुंगेर जिले के सफियाबाद ओपी क्षेत्र के फरदा का मामला है. परवेज की सलाह के बाद दिलीप 10 वर्ष की उम्र के बच्चे की तलाश में जुट गया.

खेत से गांव जा रही बच्ची पर दिलीप की नजर पड़ी. दिलीप ने बच्ची को चाकलेट के बहाने बच्ची को पास बुलाया.
पटनाः बिहार के मुंगेर जिले के सफियाबाद ओपी क्षेत्र के फरदा में अंधविश्वास में आठ वर्षीय बच्ची की निर्मम हत्या का मामला सामने आया है.
यहां एक महिला बच्चे की चाहत में झाड़-फूंक करने वाले के झांसे में इस कदर फंसी की बहकावे में आकर फरदा टोले के पवन चौधरी की आठ वर्षीय बच्ची की जान ले ली. इस मामले में मुंगेर पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. बताया जाता है कि दिलीप चौधरी की पत्नी को बच्चा नहीं ठहर रहा था.
एक वर्ष से खगड़िया के मधुरा में झाड़-फूंक करने वाला परवेज आलम के संपर्क में था. दिलीप पत्नी को लेकर परवेज के पास बराबर जाता था. परवेज ने पहले दिलीप से रेहू मछली की आंख की बलि मांगा फिर इसके बाद मुर्गा के आंख का. इसके बाद भी दिलीप की पत्नी को बच्चा नहीं ठहरने पर 10 वर्ष के लड़का या लड़की के आंख की बलि मांगा.
परवेज की सलाह के बाद दिलीप 10 वर्ष की उम्र के बच्चे की तलाश में जुट गया. चार अगस्त की दोपहर दिलीप ईंट-भट्ठे के पास दोस्त तनवीर के मुर्गा फार्म पर पहुंचा. वहां पहले से दशरथ कुमार भी मौजूद था. दिलीप ने परेवज की बात दोस्तों को बताया. सभी ने वहां भोजन करने के बाद नशा भी किया.
इस बीच खेत से गांव जा रही बच्ची पर दिलीप की नजर पड़ी. दिलीप ने बच्ची को चाकलेट के बहाने बच्ची को पास बुलाया. इसके बाद उसे बाबा के पास ले गया. आज अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी जग्गनाथ जलारेड्डी ने पत्रकारों को बताया कि जादू-टोना के चक्कर में बच्ची की हत्या हुई है. उन्होंने बताया कि मुर्गी फार्म में ले जाकर पिटाई की, इसमें बच्ची बेहोश गई. बच्ची को घसीटा गया.
इसमें हाथ के नाखून भी टूट गए. रात 12 बजे बजे के बाद तीनों ने बच्ची की गला दबाकर हत्या की. लकड़ी से दायें आंख को निकाला. सभी दूसरी आंख भी निकालनी चाही, लेकिन सफलता नहीं मिली. बायें आंख को क्षतिग्रस्त कर दिया. बच्ची की आंख निकालने के बाद दिलीप के कपडे़ का एक टुकड़ा फाड़कर उसमें आंख को लपेट दिया.
पांच अगस्त को परवेज के पास मधुरा पहुंच गया. परवजे ने पहले आंख को आग में जलाकर बलि दिया. फिर खूनी कपडे़ में आग की राख का ताबिज बनाकर दिलीप की पत्नी को पहनाने को कहा. दिलीप चौधरी की पत्नी गर्भवती है और उसका फिर से गर्भपात ना हो, इसी कारण बाबा ने ताबीज दी.
पुलिस ने ताबीज सहित घटनास्थल के समीप से कुछ सामान बरामद किया है. इसके साथ ही इस मामले में तीनों आरोपियों के अलावा परवेज आलम को भी गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि बच्ची के साथ दुष्कर्म नहीं हुई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह खुलासा पहले ही हो गया था.