मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में डूंगरपुर गांव में 17 साल की लड़की के साथ गांव के ही सियाराम ने कुछ महीने पहले रेप किया था। पीड़िता और उसके परिवार वालों की शिकायत के बाद आरोपी को जेल भी भेज दिया गया है। लेकिन इस मामले में गांव के पंचायत वालों ने एक नया ही मोड़ ला दिया है। पीड़िता के पिता ने गांव की पंचायत पर छुआ छूत के नाम पर रेप पीड़िता के शुद्धिकारण के लिए पूरे गांव को भोज (खाना खिलाना) कराने के फरमान का आरोप लगाया है।
पीड़िता के पिता ने न्यूज एजेंसी एएनआई को कहा है कि गांव के पंचायत ने फरमान सुनाया है कि लड़की का रेप करने वाला आरोपी नीची जाति का था। ऐसे में शुद्धीकरण के लिए लड़की के घरवाले पूरे गांव के लिए मांसाहारी भंडारे का आयोजन करवाए।
पीड़िता के पिता के मुताबिक, अगर वो ऐसा नहीं करते हैं तो उनको गांव से निकाला जाएगा और समाज से रिश्ता खत्म करना होगा। पीड़िता के पिता ने कहा है कि उन्होंने इसकी शिकायत प्रशासन और मानव अधिकार आयोग से की है।
पीड़िता के पिता गरीब हैं और वह ऐसे फरमान को पूरा करने में असमर्थ हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि, पंचायत के फरमान के बाद गांव में मुझे पानी नहीं भरने दिया जाता है। मामले पर महिला-बाल विकास अधिकारी चंद्रसेना भिड़े ने कहा है, 'माता-पिता मेरे पास आए थे, मैंने उनके बोला है कि एफआईआर करें, जितने भी दोषी हैं उनको बख्शा नहीं जाएगा।'