झारखंड में फिर सामने आई मॉब लिंचिंग की घटना, गोहत्या में शक में भीड़ ने एक व्यक्ति को पीट-पीटकर मार डाला
By एस पी सिन्हा | Updated: September 23, 2019 18:18 IST2019-09-23T18:17:37+5:302019-09-23T18:18:21+5:30
ग्रामीणों को सूचना मिली कि नदी किनारे गोकशी की जा रही है. सूचना पर आसपास के ग्रामीण एकजुट होकर जैसे ही नदी किनारे पहुंचे तो उन्होंने वहां कुछ लोगों को गोकशी करते हुए देखा. इस पर उग्र भीड़ ने तीन लोगों को पकड़ लिया और जमकर पीटना शुरू कर दिया.

पुलिस ने पूछताछ के लिए पांच लोगों को हिरासत में लिया है.
झारखंड में मॉब लिंचिंग की घटनायें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. एक तरफ तबरेज अंसारी मॉब लिंचिंग केस देश भर में चर्चा का विषय बना हुआ है. वहीं, दूसरी तरफ झारखंड में एक और मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है. राजधानी रांची से सटे खूंटी जिला में गोकशी के संदेह में भीड़ ने तीन लोगों को बेरहमी से पीट दिया. इसमें एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये.
प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों का रांची स्थित राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (रिम्स) में इलाज चल रहा है. पुलिस ने पूछताछ के लिए पांच लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस ने कहा है कि दोषी लोगों को बख्शा नहीं जायेगा. उनकी पहचान की जा रही है.
बताया जाता है कि कर्रा थाना क्षेत्र के सुवारी जलटंडा में मवेशी काटने के मामले में उग्र भीड़ ने तीन लोगों को पीटना शुरू कर दिया. तीनों लोगों के नाम केलेम बारला, फागू कच्छप और फिलिप होरो हैं. लोगों की पिटाई से गंभीर रूप से घायल तीनों को रांची के रिम्स अस्पातल में भेज दिया गया.
इलाज के क्रम में लापुंग के गोपालपुर गांव निवासी केलेम बरला (34) की रिम्स में मौत हो गई. वहीं फागू और फिलिप का इलाज चल रहा है. सूचना पाकर डीआइजी एवी होमकर भी मौका-ए-वारदात पर पहुंचे. डीआइजी ने बताया कि सुबह 10 बजे कर्रा थाना प्रभारी को सूचना मिली कि सुवारी जलटंडा में मवेशी काटने को लेकर कुछ लोगों को पीटा जा रहा है.
बताया जाता है कि ग्रामीणों को सूचना मिली कि नदी किनारे गोकशी की जा रही है. सूचना पर आसपास के ग्रामीण एकजुट होकर जैसे ही नदी किनारे पहुंचे तो उन्होंने वहां कुछ लोगों को गोकशी करते हुए देखा. इस पर उग्र भीड़ ने तीन लोगों को पकड़ लिया और जमकर पीटना शुरू कर दिया.
सूचना मिलने के बाद कर्रा थाना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटनास्थल पर पहुंचकर बीच बचाव करते हुए तीनों घायल युवक को अपने कब्जे में ले लिया. तीनों घायलों को लेकर प्राथमिक उपचार के लिये कर्रा लाया गया, जहां से बेहतर इलाज के लिए दो को रिम्स रेफर किया गया.
रिम्स में इलाज के दौरान एक युवक की मौत हो गई. पूरे मामले को लेकर डीआईजी वेणुगोपाल होमकर खुद घटनास्थल पहुंचे और मामले की जांच कर रहे हैं. डीआईजी ने बताया कि पांच से ज्यादा संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया है. अन्य संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.
प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई जा रही है. खूंटी के डीसी और इंजार्ज एसपी इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं. डीआइजी ने बताया कि शुरुआती जांच में घटना में उनकी लिप्तता सामने आई है. पहचान करने की प्रक्रिया चल रही है. उन्होंने कहा कि घटनास्थल की जांच में पुलिस को वहां से मृत गाय नहीं मिली, लेकिन भीड़ द्वारा लोगों को पीटने के सबूत जरूर मिले हैं. उन्होंने बताया कि अब तक किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है.