नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उदयपुर हत्याकांड के बाद महाराष्ट्र के अमरावती में हुई उमेश कोल्हे की बर्बर हत्या की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी है। गृह मंत्रालय ने शनिवार को ट्विटर पर इसकी जानकारी दी। मंत्रालय की ओर से ट्वीट कर बताया गया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 21 जून को अमरावती महाराष्ट्र में उमेश कोल्हे की बर्बर हत्या से संबंधित मामले की जांच एनआईए को सौंप दी है। हत्या के पीछे की साजिश, संगठनों की संलिप्तता और अंतरराष्ट्रीय संबंधों की गहन जांच की जाएगी।
अमरावती में स्थानीय भाजपा इकाई ने आरोप लगाया था कि 54 वर्षीय उमेश कोल्हे की हत्या उदयपुर की घटना से जुड़ी है, जिसकी केंद्रीय आतंकवाद विरोधी एजेंसी द्वारा जांच की जा रही है। अमरावती जिले के एक भाजपा नेता तुषार भारतीय ने कहा कि उमेश कोल्हे की हत्या के पीछे एकमात्र कारण नूपुर शर्मा विवाद के संदर्भ में है।
उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग के लोग भी ऐसा सोचते हैं। हमें पता चला है कि हत्यारों ने नूपुर शर्मा का समर्थन करने के कारण उसकी हत्या करना स्वीकार किया है, लेकिन पुलिस कोशिश कर रही है इसे कवर करें। बीजेपी नेता ने कहा कि "यह घटना 21 जून को घटी थी। उन्होंने कहा, अगर 22 तारीख को इसकी व्यापक रूप से सूचना दी जाती तो उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल को नहीं मारा जाता। इसलिए पुलिस इसे छिपाने की कोशिश कर रही है।
आपको बता दें कि कोल्हे मर्डर केस में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं कर पाई है कि इसका कारण क्या है और मामले पर चुप्पी साधे हुई है। खबरों के मुताबिक, महाराष्ट्र पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीमें मामले की जांच के लिए अमरावती जा रही हैं।
पशु चिकित्सक उमेश कोल्हे 21 जून को अमरावती शहर में अपनी दुकान से वापस जा रहे थे, जब कुछ लोगों ने उनका गला काट कर उनकी हत्या कर दी। शुरू में यह लूट या व्यक्तिगत दुश्मनी का मामला लग रहा था, लेकिन अब तक इसके समर्थन में ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं।