मणिपुर में हुई 2 छात्रों की हत्या के आरोप में 4 लोग गिरफ्तार, मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 1, 2023 09:54 PM2023-10-01T21:54:16+5:302023-10-01T21:58:17+5:30
राज्य में दो छात्रों - फिजाम हेमजीत (20) और हिजाम लिनथोइनगांबी (17) की मौत तब सामने आई जब 25 सितंबर को सोशल मीडिया पर कथित तौर पर उनकी हत्या से पहले और बाद की तस्वीरें सामने आईं।
इंफाल:मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने रविवार को घोषणा की कि अपहरण किए गए दो छात्रों की मौत के पीछे के चार "मुख्य आरोपियों" को चुराचांदपुर जिले से गिरफ्तार कर लिया गया है। दो छात्रों - फिजाम हेमजीत (20) और हिजाम लिनथोइनगांबी (17) की मौत तब सामने आई जब 25 सितंबर को सोशल मीडिया पर कथित तौर पर उनकी हत्या से पहले और बाद की तस्वीरें सामने आईं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि हत्या के दोषियों को ''मृत्युदंड सहित अधिकतम सजा'' मिलेगी। उनके अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा हत्या की जांच के लिए विशेष निदेशक के नेतृत्व में केंद्रीय जांच ब्यूरो की एक टीम भेजे जाने के कुछ दिनों बाद रविवार को एक "सफलता" मिली।
सीएम ने कहा, "वे कुछ दिनों से यहां डेरा डाले हुए हैं और भारतीय सेना, अर्धसैनिक बलों, असम राइफल्स और राज्य पुलिस के सहयोग से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। यह एक बड़ी उपलब्धि है।" दोनों छात्रों के लापता शवों के बारे में पूछे जाने पर बीरेन सिंह ने कहा, ''आरोपियों से पूछताछ के बाद उनके शवों की खोज की जाएगी।''
I’m pleased to share that some of the main culprits responsible for the abduction and murder of Phijam Hemanjit and Hijam Linthoingambi have been arrested from Churachandpur today.
— N.Biren Singh (@NBirenSingh) October 1, 2023
As the saying goes, one may abscond after committing the crime, but they cannot escape the long…
दोनों छात्र 6 जुलाई से लापता थे और राज्य सरकार द्वारा 23 सितंबर को इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह से बहाल करने की घोषणा के कुछ दिनों बाद उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आईं। राज्य में इंटरनेट सेवाएं पहली बार मई में निलंबित की गई थीं, जब पहली बार मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसा भड़की थी।
छात्रों की मौत की खबर सामने आने के बाद राज्य में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर 26 और 27 सितंबर को सैकड़ों छात्र सड़कों पर उतर आए। पुलिस के साथ झड़प में कम से कम 45 प्रदर्शनकारी, जिनमें अधिकतर छात्र थे, घायल हो गए थे।