बिहार के पश्चिम चंपारण में आदमखोर बाघ ने ली मां-बेटी की जान, इलाके में फैली दहशत
By एस पी सिन्हा | Published: October 8, 2022 04:17 PM2022-10-08T16:17:27+5:302022-10-08T16:26:06+5:30
बिहार के पश्चिम चम्पारण में आदमखोर बाघ ने शनिवार की सुबह एक मां-बेटी पर हमला कर दिया, जिसके कारण दोनों मां-बेटी की दर्दनाक मौत हो गई है। वन विभाग आदमखोर बाघ को मारने की कोशिश में लगा हुआ है लेकिन उसे सफलता नहीं मिल पा रही है।
पटना:बिहार के पश्चिम चम्पारण जिले में आतंक का पर्याय बन चुके आदमखोर बाघ ने शनिवार की सुबह एक बार फिर दो लोगों को अपना निशाना बनाया है। इस बार खुंखार बाघ ने एक मां-बेटी पर हमला कर दिया, हमले में दोनों मां-बेटी की दर्दनाक मौत हो गई है।
जानकारी के मुताबिक दोनों महिलाएं गोवर्धना थाना के बलुआ गांव की रहने वाली थीं। इसके साथ ही बाघ के हमले से मरने वालों संख्या बढकर अब 9 हो गई है। स्थानीय लोगों के मुताबिक बलुआ गांव के स्वर्गीय बहादुर यादव की पत्नी सिमरिकी देवी एवं उनकी 25 साल की बेटी बबिता देवी को बाघ ने अपना शिकार बनाया।
ग्रामीणों में बाघ के आतंक से दहशत का माहौल है। बताया जा रहा है कि ग्रामीण बेहद डरे हुए हैं और वो समूह में ही बाहर निकल रहे हैं। यह बाघ इतना आक्रामक है कि इसने लगातार दूसरे दिन कई लोगों को अपना शिकार बनाया है। बाघ के डर का आलम कुछ इस तरह का है कि ग्रामीणों का घर से बाहर निकलना भी बेहद मुश्किल हो गया है और लोग उसके खौफ से घरों में सिमटे हुए हैं।
स्थिति की भयावहता का आंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ग्रामीण अपने मवेशियों के लिए चारा इकट्ठा करने के लिए घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। बाघ के डर से ग्रामीण वन विभाग से जियो और जीने दो की गुहार लगा रहे हैं। बाघ को मारने के लिए बिहार एसटीएफ वहां तैनात है। बाघ भी बार-बार अपना ठिकाना बदल रहा है। जिससे उसको पकड़ना मुश्किल हो गया है।
बता दें कि आये दिन भोले-भाले ग्रामीण इसका शिकार बन रहे हैं। वहीं शुक्रवार को इस आदमखोर बाघ को मारने का निर्देश भी जारी कर दिया गया है। बिहार के चीफ वाइल्ड लाईफ वार्डन पीके गुप्ता ने बाघ को मारने का आदेश जारी कर दिया है। लोगों में बढ़ते गुस्से को देखते हुए यह आदेश जारी किया गया है।