बिहार की राजधानी पटना पुलिस के हत्थे चढ़ा अपराधी सौरभ डॉन के करामात सुनकर के सभी के दिमाग चकरा जा रहे हैं। हांथ में किताब (पुस्तक) लेकर चलने वाला यह अपराधी कोई पढ़ने वाला छात्र नहीं बल्कि मिनटों-सेकंडों में किसी पर गोलियों की बौछार कर देने वाली किताब हांथ में लेकर चलता है। उसका शातिराना अंदाज किसी जासूसी फिल्म के सीन से कम नहीं है। लुका-छिपी का यह खेल नयी शक्ल में सामने आया है।
22 साल के लड़के के हाथ में अगर इंग्लिश की मोटी किताब हो और वह पुलिस के किसी नाके को भी क्रॉस कर रहा हो, तो पकडना तो दूर शक करना भी नामुमकिन होगा कि किताब के अंदर पिस्टल है। पुलिस ने सौरभ डॉन नाम को बिहटा से गिरफ्तार किया है।
दसवीं कक्षा की नेगलेश नाम की बुक के अंदर पिस्टल के डिजाइन में कागज को काटकर 'पिस्टल केस' बनाया व उसमें इटैलियन 9 एमएम पिस्टल को छुपा दिया था। इस दौरान हत्या की तैयारी में था कि पुलिस ने सौरव डॉन को गिरफ्तार कर लिया। सौरभ लखीसराय जिले के बडिहिया गांव का रहने वाला है।
बताया जाता है कि बाढ़ में पेशी के दौरान हत्या करने वाले मोनू-सोनू गैंग के लिए सौरभ शूटर का काम करता था। इसके बाद वह बिहटा में विपुल के गैंग से जुड गया। गैंग में वह नंबर दो था, लेकिन पिछले दिनों खगौल इलाके में विपुल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, तब से सौरभ ने विपुल के गैंग की कमान संभाल लिया था।
सौरभ विपुल की हत्या का बदला लेना चाहता था और विपुल का हत्यारोपी विट्टू उसके निशाने पर था। इसके लिए सौरभ ने शातिराना चाल चली थी। उसने इंग्लिश की बुक को 'पिस्टल केस' बनाया और उसमें मैगजिन लोड करके रखता था। उसकी तैयारी यही थी कि जैसे ही बिट्टू उसके सामने पडेगा वह गोली मार देगा, इसके बाद हाथ में बुक के अंदर पिस्टल छुपाकर छात्र की शक्ल में वहां से निकल जायेगा। लेकिन चेकिंग के दौरान सिटी एसपी पश्चिमी को यह कामयाबी मिली और सौरभ पकडा गया। पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है। पकड़े जाने के बाद पुलिस के द्वारा की गई पुछताछ के दौरान सौरभ ने बाताय कि वह लखीसराय का भले ही रहने वाला है, लेकिन वह पटना में अपनी धाक बना चुका है। कम उम्र से ही अपराधी गैंग से जुडकर उसने खूब पैसा कमाया और पटना के पत्रकारनगर के योगीपुर में उसने अपना एक मार्केट तैयार कर लिया है। वहां से पैसे कमाता है।
शुरू से ही खुरापाती दिमाग रखने वाले सौरभ को अपराधी बनने का शौक था। इसलिए उसने अपने हाथ की क्लाई पर गोदना से इंग्लिश में "डी" लिखवाया है। पुलिस के पूछने पर उसने बताया कि "डी" का मतलब "डॉन।" एक मामूली सा छात्र अपराध की राह पर है और उसके ख्वाब डॉन बनने के हैं। फिलहाल उसकी पिस्टल केस वाले आइडिया से पुलिस का माथा ठनका हुआ है। पुलिस का कहना है कि उसके खिलाफ पटना के कई थानों में केस दर्ज हैं।