महाराष्ट्र के औरंगाबाद में चार युवकों ने दो मुस्लिम युवकों 'जय श्री राम' न बोलने को कहा। समाचार एजेंसी के मुताबिक मामले की जांच कर रहे पुलिस आयुक्त चिरंजीवी प्रसाद ने कहा 'हमने मामला दर्ज कर लिया है और हम निष्पक्ष रूप से मामले की जांच करेंगे।
एक पीड़ित शेख आमेर ने बताया कि वह अपने दोस्त के साथ किसी काम को लेकर बाहर निकला था। लेकिन तभी कुछ लोग कार से आए और हमें जय श्री राम का नारा लगाने को कहने लगे। हमने जब मना कर दिया तो वह धमकी दे कर चले गए। ये सारी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।
बीते दो दिन पहले औरंगाबाद में ही 'जय श्री राम' न बोलने पर लोगों के एक समूह ने एक व्यक्ति की पिटाई कर दी। पीड़ित इमरान इस्माइल पटेल होटल में काम करता है। वह शुक्रवार को जब घर लौट रहा था। उसी दौरान करीब 10 लोगों ने हुडको कॉर्नर के पास उसकी बाइक रोककर चाबी छीन ली और उससे ''जय श्री राम'' बोलने को कहा।
उसने दावा किया कि जब उसने बोलने से इनकार दिया तो उन्होंने उसकी पिटाई की। पटेल ने पुलिस को बताया कि गणेश नाम के एक व्यक्ति और उसके परिवार ने हंगामे की आवाज सुनकर उसको बचाया।
इसके अलावा अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को जबरन 'जय श्रीराम' कहने के लिए मजबूर करने की घटनाएं हाल ही में महाराष्ट्र के ठाणे सहित देश के विभिन्न हिस्सों से सामने आई हैं।