शर्मनाक: गद्दों में रुई की जगह फेंके गए मास्क का इस्तेमाल, महाराष्ट्र पुलिस ने किया भंडाफोड़, मामला दर्ज

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 12, 2021 07:43 PM2021-04-12T19:43:42+5:302021-04-12T19:44:50+5:30

पुलिस ने कंपनी के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है. इसके साथ ही पुलिस ने कंपनी के परिसर से ढेर सारे मास्क भी बरामद किया है.

Maharashtra Jalgaon Masks thrown mattresses instead cotton police busted case registered | शर्मनाक: गद्दों में रुई की जगह फेंके गए मास्क का इस्तेमाल, महाराष्ट्र पुलिस ने किया भंडाफोड़, मामला दर्ज

पुलिस ने निर्धारित नियमों के मुताबिक परिसर में फैले बेकार मास्क को आग के हवाले कर दिया.

Highlights महाराष्ट्र मैट्रेस सेंटर में कथित तौर पर अवैध काम हो रहा है.फैक्टरी के मालिक अमजद अहमद मंसूरी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. पुलिस इस अवैध धंधे में शामिल अन्य लोगों की जांच में जुटी है.

मुंबईः देश में बेकाबू हुई कोरोना वायरस की दूसरी लहर अपना कहर बरपा रही है. इस बीच, जलगांव जिले से लोगों की हैरान कर देने वाली करतूत सामने आई है.

जलगांव में पुलिस ने एक गद्दा (मैट्रेस) बनाने वाली कंपनी का भंडाफोड़ किया है जो अपने गद्दों में रुई और अन्य वस्तुओं के बदले उसमें फेंके गए मास्क का इस्तेमाल करती थी. पुलिस ने कंपनी के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है. इसके साथ ही पुलिस ने कंपनी के परिसर से ढेर सारे मास्क भी बरामद किया है.

एक न्यूज चैनल के मुताबिक राजधानी मुंबई से करीब 400 किलोमीटर दूर जलगांव स्थित महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी) के पुलिस स्टेशन के अधिकारियों को यह जानकारी मिली थी कि महाराष्ट्र मैट्रेस सेंटर में कथित तौर पर अवैध काम हो रहा है.

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंद्रकांत गवली ने कहा, ''जब अधिकारी एमआईडीसी के कुसुम्बा स्थित फैक्टरी के परिसर में पहुंचे तो उन्होंने पाया कि मैट्रेस में इस्तेमाल किए गए मास्क भरे जा रहे हैं.'' गवली ने कहा, ''फैक्टरी के मालिक अमजद अहमद मंसूरी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. अब पुलिस इस अवैध धंधे में शामिल अन्य लोगों की जांच में जुटी है.''

इसके बाद पुलिस ने निर्धारित नियमों के मुताबिक परिसर में फैले बेकार मास्क को आग के हवाले कर दिया. पुलिस अब रैकेट में अन्य लोगों की संलिप्तता की जांच कर रही है. कोरोना संक्र मण से बचने के लिए जब लोग तमाम सावधानियां बरत रहे हैं, ऐसे में गद्दों के अंदर इस्तेमाल किए हुए मास्क का भरना कितना घातक हो सकता है, इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है.

कचरा प्रबंधन पर बढ़ा बोझ: कोरोना महामारी ने भारत में वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम पर बोझ बढ़ा दिया है. देश में मास्क का उत्पादन मार्च-2020 से अब तक हर दिन 1.5 करोड़ यूनिट की क्षमता से बढ़ा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, जून और सितंबर-2020 के बीच 18000 टन से अधिक कोविड-19 संबंधित बायो मेडिकल वेस्ट पैदा हुआ, जिसमें दस्ताने और मास्क शामिल हैं.

Web Title: Maharashtra Jalgaon Masks thrown mattresses instead cotton police busted case registered

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