Maharashtra ki khabar: जमीन विवाद, एक ही परिवार के तीन सदस्यों की धारदार हथियार से हत्या, सामान में लगा दी आग, 12 हिरासत में
By भाषा | Published: May 14, 2020 07:29 PM2020-05-14T19:29:42+5:302020-05-14T19:29:42+5:30
महाराष्ट्र के बीड में दर्दनाक हादसा हो गया। जमीन ने कई लोगों की जान ले ली। आरोपियों ने एक ही परिवार के तीन लोगों की धारदार हथियार से हमले कर जान ले ली और उनके घर के सामान भी जला दिए।
बीडः महाराष्ट्र के बीड जिले में जमीन विवाद को लेकर एक ही परिवार के तीन सदस्यों की कथित तौर पर हत्या का मामला सामने आया है। पुलिस अधीक्षक हर्ष पोद्दार ने कहा कि यह घटना केज तहसील के मंगवडगांव में बुधवार मध्यरात्रि में हुई।
इस घटना में एक व्यक्ति घायल भी हुआ है। उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में अब तक 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने कहा कि पीड़ितों और आरोपियों के बीच लंबे समय से जमीन विवाद चल रहा था। मामला अदालत में भी था।
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि बुधवार की रात में आरोपियों ने एक ही परिवार के सदस्यों पर धारदार हथियार से हमले कर दिए और उनके घर के सामान भी जला दिए। हमले में परिवार के तीन सदस्यों की हत्या कर दी गई और एक व्यक्ति घायल हो गया।
सम्भल में मिट्टी में दबने से एक महिला की मौत, दो घायल
सम्भल जिले के कुढ़ फतहगढ़ थाना क्षेत्र में बृहस्पतिवार को तीन महिलाएं मिट्टी खोदते समय उसकी ढांग (टीले) में दब गईं जिसमें एक महिला की मौत हो गई जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गईं जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी (चंदौसी) अशोक कुमार ने बताया की थाना कुढ़ फतहगढ़ के मिट्ठनपुर मौजा गांव में बृहस्पतिवार को गांव की महिलाएं मिट्टी खोदने गई थीं। उन्होंने बताया कि अचानक मिट्टी की ढांग गिरने से तीन महिलाएं दब गईं जिसमें राम रती (60) की मौत हो गई जबकि आरती (18) व दुर्गेश (30) घायल हो गईं जिन्हे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
भोजन और पैसे खत्म होने पर मजदूर ने किया आत्महत्या का प्रयास, पुलिस ने दिया खाना और धन
लॉकडाउन में पुणे से पैदल चलकर बिहार जा रहे एक मजदूर ने बुधवार को भोजन और धन ना होने की वजह से गोरखपुर में आत्महत्या का प्रयास किया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि बिहार के सीवान जिले के चैनपुर छितौनी गांव का रहने वाला दीपू पटेल (25) पुणे में रहकर काम करता था। कोविड-19 संक्रमण के मद्देनजर घोषित लॉकडाउन के बाद उसकी नौकरी छूट गई। जब उसके पास मात्र 1300 रुपए रह गए तो उसने पैदल ही अपने घर लौटने का फैसला किया।
सूत्रों ने बताया कि दीपू कुछ दूर पैदल चलकर और कुछ दूर वाहनों से लिफ्ट लेकर किसी तरह गोरखपुर पहुंचा। यहां पहुंचने तक उसका सारा धन और खाने-पीने की चीजें खत्म हो चुकी थीं। उन्होंने बताया कि दीपू नौसढ़ बस अड्डे गया और उसके सामने स्थित एक व्यक्ति के मकान की तीसरी मंजिल पर पहुंच गया।
वहां उसने अपने गमछे से फांसी लगाने की कोशिश की, मगर इसी बीच कुछ लोगों ने उसे देख लिया और पुलिस को सूचना दे दी। नौसढ़ थाने में तैनात दारोगा भूपेंद्र तिवारी तथा अन्य पुलिसकर्मियों ने दीपू को समझाया बुझाया और उसे भोजन तथा डेढ़ हजार रुपए दिए। पुलिस अधीक्षक (उत्तरी) अरविंद पांडे ने बताया कि दीपू को आश्रय स्थल ले जाया जाएगा और अगर वह कोरोना वायरस संक्रमित पाया गया तो उसे पृथक किया जाएगा।