लखनऊ गोलीकांडः प्रशांत के लिए काली पट्टी बांध ड्यूटी कर रहे हैं ये जवान, 5 अक्टूबर को मानएंगे काला दिवस
By स्वाति सिंह | Published: October 4, 2018 08:40 AM2018-10-04T08:40:41+5:302018-10-04T08:46:46+5:30
लखनऊ में हुए गोलीकांड के आरोपी प्रशांत चौधरी की गिरफ़्तारी के बाद से यूपी पुलिस विरोध में है।
लखनऊ, 4 अक्टूबर: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुए गोलीकांड में हत्या के आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी की गिरफ़्तारी के यूपी पुलिस विरोध में आगए हैं।प्रशांत चौधरी की मदद के लिए पैसा जुटाने की मुहीम चला रहे हैं।
इसके साथ ही पुलिसवाले काली पट्टी बांधकर प्रशांत चौधरी की गिरफ़्तारी का विरोध कर रहे हैं। इतना ही नहीं बल्कि विरोध कर रहे पुलिसकर्मियों ने 5 अक्टूबर को काला दिन मानाने की बात कही है।
इससे पहले बुधवार को लखनऊ में हुए गोलीकांड में एक के बाद एक नए खुलासे हुए। एपल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में एक नई बात सामने आई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार गोली लगने के बाद विवेक लगभग 55 मिनट तक जिंदा थे।
विवेक की सहकर्मी सना खान ने अपने बयान में कहा है कि पुलिस वाले ने डेढ़ बजे गोली मारी थी। और विवेक को दो बजकर पांच मिनट पर राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यानी गोली लगने के 35 मिनट बाद। अस्पताल में भर्ती होने के 20 मिनट बाद यानी दो बजकर पच्चीस मिनट पर उनकी मौत हो गई थी।
आपको बता दें, बीते दिनों एपल कंपनी के एरिया मैनेजर विवेक आईफोन लॉन्चिंग के बाद अपनी महिला सहकर्मी के साथ घर लौट रहे थे। रास्ते में पुलिस ने उन्हें गाड़ी रोकने का इशारा किया तो विवेक ने दरकिनार कर दिया।
इसके बाद कांस्टेबल प्रशांत चौधरी ने शक में गोली चला दी, जिससे विवेक की मौत हो गई। एसपी ने बताया कि सना खान की शिकायत पर कॉन्स्टेबल के खिलाफ गोमतीनगर थाने में आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया है।