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बिहार में कटिहार वृहद आश्रय बालिका गृह की फरार बच्चियों ने किया आश्चर्यजनक खुलासा, 16-17 साल की बच्चियों को खिलाई जाती है खास तरह की दवा

By एस पी सिन्हा | Updated: March 9, 2025 16:28 IST

सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात यह है 16-17 साल की इन बच्चियों को कुछ खास तरह की दवा भी खिलाई जाती है, जिसका खुलासा इन बच्चियों ने संस्था से जुड़े लोगों के पास किया है। दरअसल, बालिका गृह से से लगातार लड़कियां फरार हो रही हैं, जिसके बाद यह बालिका गृह सवालों के घेरे में है।

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पटना: बिहार में कटिहार जिले के सदर प्रखंड में वृहद आश्रय बालिका गृह से 17 फरवरी को फरार दो नाबालिग बच्चियों ने बरामदगी के बाद जो खुलासा किया है, वह बड़ा आश्चर्यजनक खुलासा कर सबको हैरान कर दिया है। प्रारंभिक पूछताछ में जो बातें सामने आई हैं, उसमें इन बच्चियों के साथ कई तरह की शोषण की बात सामने आई है। सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात यह है 16-17 साल की इन बच्चियों को कुछ खास तरह की दवा भी खिलाई जाती है, जिसका खुलासा इन बच्चियों ने संस्था से जुड़े लोगों के पास किया है। दरअसल, बालिका गृह से से लगातार लड़कियां फरार हो रही हैं, जिसके बाद यह बालिका गृह सवालों के घेरे में है।

इस संस्था से जुड़ी अधिवक्ता प्रियंका कुमारी बताती हैं कि उन्होंने भी बच्चियों से जो प्रारंभिक पूछताछ की है उसमें इन लोगों ने तो किसी खास लोगों के नाम तो नहीं बताये हैं, लेकिन कुछ कर्मियों के गलत आचरण की बात कही है। इसके साथ-साथ ऐसी दवा दिए जाने की बात बच्चियों ने कही है, जिससे बच्चियों को शरीर में अलग तरह की बेचैनी होती है। उल्लेखनीय है कि कटिहार में बालिका सुधार गृह तब एक बार फिर चर्चा में आया जब आठ मार्च को यहां से फिर दो नाबालिग लड़कियों के फरार हो जाने की खबर आई। 

बताया जा रहा है कि सुधार गृह के कर्मी जब दोनों नाबालिग को इलाज के लिए बगल के ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए थे तो उसी समय दोनों नाबालिग बच्चियां वहां से भाग निकलीं। फिलहाल कटिहार के इस बालिका सुधार गृह से ऐसा मामला सामने आने के बाद लोग कई तरह के सवाल उठा रहे हैं। बालिका गृह से लगातार लड़कियां भाग रही हैं तो इसके पीछे की वजह क्या हो सकती है? 

इसे लेकर इलाके में तरह-तरह की चर्चा है। फिलहाल एक जांच कमेटी बनायी गयी है जो इसकी जांच में जुटी है। लेकिन इन दिनों कटिहार का बालिका गृह पूरी तरह से चर्चा में बना हुआ है। बता दें कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड का मामला काफी चर्चित रहा था। इस आश्रय गृह में यौन शोषण, बलात्कार, और यातना के मामले सामने आए थे। मेडिकल जांच में यौन शोषण की पुष्टि हुई थी।

इस मामले में 31 मई, 2018 को 12 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। गैर-सरकारी संगठन ‘सेवा संकल्प एवं विकास समिति’ के तहत चलने वाले इस बालिका गृह में बच्चियों के यौन शोषण को लेकर जहां विपक्ष ने नीतीश सरकार पर हमले किये थे, वहीं सुप्रीम कोर्ट ने बिहार सरकार की आलोचना की थी।

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