कर्नाटक: जैन मुनि की हत्या के आरोप में दो लोग गिरफ्तार, VHP ने राज्य सरकार को ठहराया जिम्मेदार
By अंजली चौहान | Published: July 11, 2023 05:20 PM2023-07-11T17:20:31+5:302023-07-11T17:24:29+5:30
विहिप महासचिव मिलिंद परांडे ने जैन भिक्षु की "भीषण हत्या" की कड़ी निंदा की और कहा कि इस घटना ने पूरे आध्यात्मिक और धार्मिक समुदाय को झकझोर कर रख दिया है।
बेंगलुरु:कर्नाटक में एक जैन साधु की निर्मम हत्या का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि जैन मुनि की हत्या के बाद उसके शव के टुकड़े-टुकड़े कर बोरवेल में फेंक दिया गया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मामले में संज्ञान लिया और फौरन कार्रवाई शुरू कर दी।
पुलिस ने जांच तेज की तो इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, नारायण बसप्पा माडी और हसन दलायथ नाम के दो व्यक्तियों ने हत्या की है और ये हत्या पैसों के लेन-देन को लेकर की गई है।
हालांकि,जैन साधु की हत्या का मामला सामने आने के बाद कर्नाटक में बवाल मच गया है। इस मामले को लेकर कर्नाटक में राजनीति भी गरमा गई है वहीं आम लोगों में भी आक्रोश फैल गया है।
गौरतलब है कि घटना कर्नाटक के चिक्कोडी तालुका के हिरेकोडी गांव की है। इस घटना पर विश्व हिंदू परिषद ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कर्नाटक की कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
विश्व हिंदू परिषद ने सरकार पर लगाया आरोप
विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने कर्नाटक में दिगंबर जैन साधु की जघन्य हत्या की निंदा की और आरोप लगाया कि यह घटना राज्य में कांग्रेस सरकार की 'हिंदू विरोधी नीतियों' के कारण हुई है।
एक बयान में हिंदू परिषद के महासचिव मिलिंद परांडे ने जैन भिक्षु की निर्मम हत्या की कड़ी निंदा की और कहा कि इस घटना ने पूरे आध्यात्मिक और धार्मिक समुदाय को झकझोर कर रख दिया है।
Press Statement:
— Vishva Hindu Parishad -VHP (@VHPDigital) July 9, 2023
Brutal murder of Jain Acharya in Belagavi – a result of anti-Hindu policies of the state govt: VHP
New Delhi, July 9, 2023 - The brutal murder of Digambar Jain monk Acharya Shri Kam Kumar Nandi in Chikodi, Belagavi, Karnataka on Wednesday has shocked the entire…
उन्होंने कहा कि दुनिया को अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले पूज्य जैन आचार्य का जिहादियों द्वारा अपहरण और फिर उनके पवित्र शरीर को काट देना कहीं न कहीं कांग्रेस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की हिंदू विरोधी नीतियों का परिणाम प्रतीत होता है।
जब से राज्य में नई सरकार के मंत्री गोहत्या विरोधी कानून और धर्मांतरण विरोधी कानून को हटाने की बात कर रहे हैं, तब से 'धर्म-द्रोही' (धर्म विरोधी) और राष्ट्र विरोधी ताकतों का दुस्साहस बढ़ गया है।
हिंदू परिषद ने की मृत्युदंड की मांग
महासचिव मिलिंद परांडे ने कहा कि जैन मुनि की हत्या में शामिल लोगों को मौत की सजा देने और राज्य में ऐसे लोगों पर अंकुश लगाने की मांग की। सरकार की हिंदू विरोधी नीतियों के कारण आज राज्य में न तो साधु सुरक्षित हैं और न ही भारतीय समाज सुरक्षित है। अगर कोई राज्य में खुलेआम घूमने की आजादी का आनंद ले रहा है, तो वे इस्लामिक जिहादी और चरमपंथी हैं।
बीजेपी ने की जांच की मांग
कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी ने भी हत्या की गहन जांच की मांग की है। भाजपा के राज्य प्रमुख नलिन कुमार कतील ने रविवार को इस घटना की निंदा की और कतील ने राज्य सरकार से राज्य के साधु-संतों को सुरक्षा प्रदान करने की भी अपील की।
बीजेपी प्रवक्ता और एमएलसी एन रवि कुमार ने सरकार से मामले की ठीक से जांच करने की अपील की क्योंकि अपराध में और लोगों के शामिल होने की आशंका है।
इस बीच, जैन मुनि का अंतिम संस्कार रविवार को हिरेकोड़ी गांव में जैन परंपराओं के अनुसार किया गया।