कानपुर एनकाउंटर: पुलिस पर फायरिंग करने वाला विकास दुबे का करीबी गिरफ्तार, अब जल्द पता चलेगा कहां छिपा है हिस्ट्रीशीटर
By पल्लवी कुमारी | Published: July 5, 2020 10:39 AM2020-07-05T10:39:34+5:302020-07-05T10:39:34+5:30
kanpur Encounter: कानपुर पुलिस ने मुठभेड़ के बाद मुख्य आरोपी विकास दुबे के साथी दयाशंकर अग्निहोत्री को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बिकरू गांव में पुलिस टीम पर हुए हमले की वारदात में दयाशंकर अग्निहोत्री शामिल था।
कानपुर: कानपुर में मुठभेड़ (kanpur Encounter) में उत्तर प्रदेश पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के साथ पुलिस पर फायरिंग करने वाले आरोपियों में से एक दयाशंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार किया है। दयाशंकर अग्निहोत्री विकास दुबे का साथी है और उसके गैंग का खास आदमी भी है। दयाशंकर अग्निहोत्री से पुलिस को पूछताछ में गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने में बड़ी लीड मिल सकती है। दयाशंकर अग्निहोत्री पुलिस टीम पर हुए हमले के दौरान विकास के साथ था। दयाशंकर अग्निहोत्री पर भी यूपी पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम रखा था। पुलिस ने दयाशंकर अग्निहोत्री को 4 से 5 बजे के बीच आज (5 जुलाई) सुबह मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक ये मुठभेड़ जवाहर पुरम में हुई है।
पुलिस को दयाशंकर के पास से असलहा किया बरामद
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने दयाशंकर का प्राथमिक उपचार करवाया है। फिलहाल वह इलाज के अस्पताल में भर्ती था। पुलिस मुठभेड़ में वह घायल हो गया था। दयाशंकर से पुलिस को घटना के वक्त की जरूरी जानकारियां मिल सकती है। पुलिस ने बताया कि दयाशंकर को जवाहर पुरम इलाके में घेरकर सरेंडर करने के लिए कहा गया। लेकिन उस दौरान दयाशंकर पुलिस पर देसी तमंचे से फायरिंग कर भागने की कोशिश करने लगा। जिसके बाद पुलिस ने फायरिंग की। जिसमें दयाशंकर घायल हो गया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस को इसके पास से असलहा और एक तमंचा व अन्य सामान बरामद हुआ है।
STF की 20 से ज्यादा टीम और 3 हजार पुलिस, विकास की तलाश में लगे
कानपुर में मुठभेड़ का मास्टरमाइंड कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे गिरफ्तार करने के लिए उत्तर प्रदेश में एसटीएफ की 20 टीमें और तीन हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी लगाए गए हैं। विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिए नोएडा से लेकर नेपाल बॉर्डर तक अलर्ट कर दिया गया है।
पुलिस ने विकास दुबे के बारे में सूचना देने वालों को एक लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की थी। पहले यह रकम 50 हजार थी, जिसे पुलिस ने बढ़ाकर एक लाख कर दिया है। पुलिस ने इस घटना में शामिल अन्य 18 आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम रखा है।
पुलिस को विकास दुबे की गैंग में शामिल इन अपराधियों की तलाश
इस घटना में शामिल विकास दुबे के दूसरे गुर्गों की गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर रही है। इस गैंग में श्यामू बाजपेई, छोटू शुक्ला ,जहान यादव, पंडित शिव तिवारी, राम बाजपेई, वीरू भवन, शिवम दुबे, विष्णु पाल, बालगोविंद, बउवा दुबे, शशिकांत, जेसीबी चालक मोनू, अमर दुबे, प्रभात मिश्रा,राम सिंह और गोपाल सैनी शामिल हैं। इन सब पर 25-25 हजार का इनाम है।
जानें कानपुर शूटआउट में क्या हुआ?
उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस की एक टीम ने दो और तीन जुलाई की मध्य रात्रि (एक से डेढ़ बजे के करीब) को चौबेपुर पुलिस थाने के अंतर्गत बिकरू गांव में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी करने पहुंची। उसी दौरान मुठभेड़ हो गई। जैसे ही पुलिस का एक दल हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर के पास पहुंचने ही वाला था।
उसी दौरान एक इमारत की छत से पुलिस दल पर अंधाधुंध गोलीबारी की गई। ये सब इतनी जल्दीबाजी में हुआ कि पुलिस को संभलने का मौक नहीं मिला। जिसमें पुलिस उपाधीक्षक सहित उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) के आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। आठ पुलिस कर्मी घायल हैं, जबकि दो अपराधी भी इस दौरान मारे गए। शहीद होने वालों में पुलिस उपाधीक्षक एस पी देवेंद्र मिश्रा, तीन उप निरीक्षक और चार कॉन्स्टेबल थे।