कानपुर एनकाउंटरः जानिए हत्यारे विकास दुबे के बैग से पुलिस को क्या मिला
By बृजेश परमार | Updated: July 10, 2020 05:43 IST2020-07-10T05:38:26+5:302020-07-10T05:43:24+5:30
विकास को पकड़े जाने के करीब छ घंटे बाद उत्तर प्रदेश पुलिस उज्जैन पहुंची थी। बाद में उसे शाम 6 बजे के लगभग पंचनामें पर उज्जैन पुलिस ने उसकी सिपुर्दगी दी।

विकास दुबे उज्जैन से गिरफ्तार हो गया।
उज्जैनः उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी और कुख्यात अपराधी विकास दुबे को उसके दो साथियों के साथ पुलिस ने गुरुवार की सुबह मध्य प्रदेश के उज्जैन के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर परिसर से गिरफ्तार किया है। पकड़े जाने के बाद विकास को महाकाल थाना ले जाया गया था। यहां उसके बैग की तलाशी लेने पर उसमें कुछ कपड़े और गुजरात के एक टिकिट के साथ नवीन पाल नाम का आई डी मिला था।
सबसे पहले उसे फूल माला बेचने वाले सुरेश कहार ने पहचाना और इसकी सूचना अपने लोकायुक्त पुलिस के मित्र को दी थी। सुरेश ने दावे से कहा कि दुकान पर आकर विकास ने वीआईपी दर्शन कैसे होंगे इसकी जानकारी मांगी थी।इस दौरान विकास ने अपना नाम नवीन पाल बताया था। इसी दौरान सुरेश ने उसे पहचान लिया और पुष्टि टीवी और अन्य माध्यमों में बराबर चल रहे फोटो से की यही नहीं बराबर नजर रखी। इसी दौरान पुलिस चौकी पर जानकारी जाने पर वहां से पुलिस कर्मी अलर्ट हो गए।
उसे पकड़ने वाले आरक्षक विजय राठौर के अनुसार वे वीवीआईपी गेट पर थे। इसी दौरान रेंप पर से उसे उतरता हुआ देखा था। उसके पास जाकर पूछताछ करने पर उसने नवीन पाल नाम के साथ एक कार्ड बताया लेकिन उसमें उम्र 27 साल होने पर वह पकड़ा गया। विकास ने दो बार इस दौरन झूमा-झटकी की थी। उसके बेग में गुजरात का बस टिकिट भी मिला है। नवीन नाम का उसका आईडी कही गिर गया।
विकास को पकड़े जाने के करीब छ घंटे बाद उत्तर प्रदेश पुलिस उज्जैन पहुंची थी। बाद में उसे शाम 6 बजे के लगभग पंचनामें पर उज्जैन पुलिस ने उसकी सिपुर्दगी दी। उज्जैन पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस को गार्ड भी मुहैया करवाई है।
एसपी मनोज कुमार सिंह के अनुसार विकास को सौंपे जाने की प्रक्रिया पंचनामा के आधार पर की गई है। उसे यहां से उत्तर प्रदेश एसटीएफ के अधिकारियों के हवाले करने के साथ ही सड़क मार्ग से उज्जैन पुलिस की गार्ड के साथ रवाना किया गया है।