J&K DG Murder: हत्या के आरोपी ने डायरी में लिखा- 'प्रिय मौत, मेरी जिंदगी मे आओ...', पुलिस ने आतंकी कनेक्शन से किया इनकार
By सुरेश एस डुग्गर | Published: October 4, 2022 05:28 PM2022-10-04T17:28:46+5:302022-10-04T17:32:10+5:30
23 वर्षीय नौकर की डायरी को पढ़कर पुलिस अनुमान लगा रही है कि उसकी मानसिक स्थिति सही नहीं है। डायरी में वह मरने या मारने की बातें लिखा करता था।
जम्मू: जम्मू-कश्मीर के डीजी जेल हेमंत कुमार लोहिया की हत्या मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी यासिर अहमद को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरंभिक पूछताछ के बाद दावा किया है कि हत्या का आरोपी अवसादग्रस्त है और पुलिस ने आतंकी कनेक्शन से साफ इनकार किया है।
पुलिस ने बताया कि उससे इस संबंध में पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि आरोपी यासिर जम्मू के काना चक्क में खेत में छिपा था। अपराध स्थल से काना चक्क की दूरी करीब 12 किलोमीटर है और यह सीमांत क्षेत्र है। ऐसे में हो सकता है कि आरोपी सीमा पार भागने की भी फिराक में हो, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उसे धर पकड़ा है।
उधर, पुलिस ने राजीव खजुरिया के दो पीएसओ को भी पूछताछ के लिए सोमवार रात में साथ ले गई थी। इनमें से एक राजीव खजुरिया भाई है। बताया जा रहा है कि दोनों को सुबह छोड़ दिया गया है।
पुलिस के हाथ उसकी एक डायरी भी लगी है। 23 वर्षीय नौकर की डायरी को पढ़कर पुलिस अनुमान लगा रही है कि उसकी मानसिक स्थिति सही नहीं है। डायरी में वह मरने या मारने की बातें लिखा करता था। नौकर के कमरे से मिली डायरी में उसने लिखा है कि "मैं अपनी जिंदगी से नफरत करता हूं। जीवन बस एक दुख है।"
इसके साथ ही डायरी के पन्ने पर मोबाइल फोन की बैटरी का चित्र बनाया गया है, जिसके साथ लिखा है "मेरी जिंदगी सिर्फ 1%, प्यार 0%, तनाव 90%, दुख 99% और फर्जी मुस्कराहट 100%"। नौकर ने डायरी में लिखा है "प्रिय मौत, मेरी जिंदगी मे आओ, मुझे अफसोस है कि मेरे दिन, सप्ताह, महीने, साल, जिंदगी सब खराब हैं।"
हत्या के बाद से उनका नौकर फरार हो गया था। यासीर अभी छह महीने पहले ही काम पर लगा था। पुलिस नौकर के आतंकी कनेक्शन की जांच भी कर रही है। गिरफ्तारी के बाद से उससे पूछताछ लगातार जारी है। पुलिस ने यह भी दावा किया है कि यासीर का आक्रामक मिजाज का था और वह अवसाद में था।
जेल महानिदेशक हेमंत कुमार लोहिया की हत्या सोमवार रात को जम्मू के उदयवाला स्थित उनके दोस्त के घर में की गई। वह दोस्त के साथ अपने नौकर यासीर को वहां लेकर गए थे। डीजीपी जम्मू कश्मीर दिलबाग सिंह ने अपराध स्थल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण मामला है। इसमें मुख्यारोपी डीजीपी लोहिया का हेल्पर यासिर अहमद है।
वहीं, आतंकी लिकं के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी तक की जांच में कोई आतंकी लिंक के सबूत नहीं मिले हैं। उन्होंने कहा कि आतंकी संगठन बेशर्मी से हर अपराध को अपने नाम करने की कोशिश में रहता है। मामले में अभी जांच जारी है।