झारखंड में रामगढ़ का मामलाः सिपाही ने महिला दारोगा को शादी का झांसा देकर किया यौनशोषण, भेजा गया जेल
By एस पी सिन्हा | Published: August 27, 2020 05:16 PM2020-08-27T17:16:52+5:302020-08-27T17:16:52+5:30
महिला दारोगा ने इसको लेकर अपने ही थाना में आरोपी जवान के खिलाफ केस दर्ज कराया है. ये खबर सुन सभी हैरान भी है. महिला सब-इंस्पेक्टर और सिपाही दोनों जिला के मांडू थाना में पदस्थापित थे. आनन-फानन में आरोपी सिपाही मेराज अंसारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया
रांचीः झारखंड में रामगढ़ जिले के मांडू थाना में एक आदिवासी महिला सब-इंस्पेक्टर से दुष्कर्म करने के आरोप में सिपाही को गिरफ्तार कर लिया गया है. थाने में तैनात सिपाही ने अपने सीनियर एक महिला दारोगा के साथ दुष्कर्म किया है.
महिला दारोगा ने इसको लेकर अपने ही थाना में आरोपी जवान के खिलाफ केस दर्ज कराया है. ये खबर सुन सभी हैरान भी है. महिला सब-इंस्पेक्टर और सिपाही दोनों जिला के मांडू थाना में पदस्थापित थे. आनन-फानन में आरोपी सिपाही मेराज अंसारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. वहीं, एसपी ने मांडू के थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया है. वहीं, सीनियर द्वारा लगाए गए दुष्कर्म के आरोप के बाद मांडू थाना का माहौल गर्म हो गया है.
बताया जा रहा है कि पहले तो थाना प्रभारी ने इस मामले को सलटाने की कोशिश की, लेकिन मामला जब नहीं संभला तो तुरंत आरोपी जवान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. आरोपी को पुलिस ने जेल भेज दिया. मांडू थाना के इस सिपाही पर आरोप है कि उसने अपने ही थाना में पदस्थापित महिला सब-इंस्पेक्टर से कई बार दुष्कर्म किया.
रामगढ़ के एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि मांडू पुलिस थाने की एक महिला उपनिरीक्षक की लिखित शिकायत पर उसी थाने में तैनात 28 वर्षीय सिपाही मेराज अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया. मेराज अंसारी मांडू थाना में कंप्यूटर ऑपरेटर के तौर पर कार्यरत था. एसपी ने बताया कि महिला उपनिरीक्षक ने पुलिस में मेराज अंसारी के खिलाफ लिखित शिकायत की और आरोप लगाया कि उसके साथ मेराज ने अनेक बार बलात्कार किया.
शिकायत के अनुसार, उसने वादा किया था कि वह उससे शादी करेगा, लेकिन बाद में मुकर गया. वहीं, महिला दारोगा ने बताया कि आरोपी सिपाही मो. मिराज ने 6 माह तक शादी का झांसा देकर उसका यौन शोषण किया. शादी के लिए जब वह दबाव डालती थी तो आरोपी किसी न किसी बहाने टाल देता था. इस बीच उसने किसी दूसरी लड़की से शादी कर लिया.
इस पूरे मामले में एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में तत्कालीन थाना प्रभारी रामजीवन प्रसाद को लाइन क्लोज कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि महिला उपनिरीक्षक (सब-इंस्पेक्टर) अविवाहित है और यह वाकया उस समय का है, जब सिपाही मेराज अंसारी भी अविवाहित था.
उन्होंने बताया कि शिकायत के अनुसार, मेराज ने महिला सब-इंस्पेक्टर को शादी करने का झांसा दिया और उसके साथ अनेक बार बलात्कार करने के बाद हाल में ही दूसरी महिला से विवाह कर लिया. वहीं, पीड़ित महिला दारोगा ने एससी-एसटी थाने में दर्ज प्राथमिकी में कहा है कि मांडू थाने में योगदान देने के बाद वह ऑपरेटर मेराज अंसारी के पास जाकर विभिन्न कांडों की ऑनलाइन इंट्री करना सीख रही थी.
एक दिन उसने इंट्री सिखाने के नाम पर उसे रात में अपने कमरे में बुलाया. यहीं उसके साथ शारीरिक संबंध बना लिया. इसके बाद उसे शादी का प्रलोभन देकर लगातार उसका यौन शोषण करता रहा. इसी बीच, उसका तबादला रामगढ थाना में हो गया. फिर वह अपने पैतृक गांव गया और वहां जाकर किसी और से शादी कर ली.
महिला सब इंस्पेक्टर ने कहा है कि 6 महीने के दौरान जब वह गर्भवती हो गई तो उसका जबरन गर्भपात भी करा दिया. इसके बाद सिपाही ने उससे शादी करने से साफ इन्कार कर दिया. महिला सब इंस्पेक्टर ने बताया कि जब उसे इस बात का पता चला, तो उसने रामगढ़ महिला थाना में लिखित शिकायत दर्ज करवाई. मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने मेराज अंसारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.