गिरिडीह: झारखंड के गिरिडीह से बेहद हैरान करने वाली घटना सामने आई है। जहां बुधवार को एक चार दिन के नवजात शिशु को एक पुलिकर्मी ने कथित तौर पर अपने पैर से कुचलकर मार डाला। घटना के सामने आने के बाद इलाके में सनसनी मच गई, वहीं घटना का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जांच के आदेश दिए हैं।
गौरतलब है कि यह घटना जिले के कोसोगोंडोडिघी गांव में हुई, जब पुलिस एक आरोपी की तलाश में एक घर में गई। जिस घर में पुलिस गई वह आरोपी का घर था, जो बच्चे का दादा है। पुलिसकर्मी ने तलाशी के दौरान कथित तौर पर एक कमरे के अंदर सो रहे नवजात शिशु पर पैर रख दिया।
स्थानीय लोगों के अनुसार, देवरी थाना प्रभारी संगम पाठक के नेतृत्व में एक टीम आरोपी भूषण पांडेय के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद एक घर में गई थी। पुलिस को देख भूषण के परिवार वाले घर में नवजात को अकेला छोड़कर भाग गए। इसी दौरान जब पुलिस घर में दाखिल हुई तो उसके पैर से नवजात दब गया।
नवजात शिशु की मां नेहा देवी का कहना है कि जब पुलिसकर्मी घर के कोने-कोने में तलाशी ले रहे थे तो उसका चार दिन का बच्चा अंदर सो रहा था। पुलिस टीम के जाने के बाद जब वह घर पहुंची तो उसने अपने बच्चे को मृत पाया। मृतक नवजात की मां और भूषण पांडेय समेत घर के अन्य सदस्यों का आरोप है कि बच्चे को पुलिकर्मियों ने कुचलकर मार डाला।
घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस उपाधीक्षक संजय राणा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। उनका कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद ही हम कार्रवाई करेंगे।