जयपुर: राजस्थान के जयपुर शहर को सीरियल ब्लास्ट से दहलाने की साजिश सामने आई है। मामले मे रतलाम को मुख्यालय बनाकर आतंकी गतिविधियों को संचालित कर रहे खूंखार अल सुफा नामक संगठन से जुड़े तीन युवक गिरफ्तार हुए है। आतंकवादियों से 12 किलो विस्फोटक, टाईमर एवं अन्य सामग्री बरामद हुई है। यह गिरफ्तारी गत बुधवार को रतलाम के सीमावर्ती क्षेत्र निम्बाहेड़ा जिला चित्तौड़गढ़ राजस्थान से हुई है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार आरोपी मध्य प्रदेश मे रजिस्टर्ड बोलेरो वाहन मे विस्फोटक एवं बम बनाने का सामान लेकर जा रहे थे। निम्बाहेड़ा पुलिस की नाकाबंदी के दौरान सघन तलाशी मे बोलेरो मे सवार जुबेर, अल्तमस, एवं सेफुल्लाह नामक युवकों के कब्जे से दो अलग-अलग बैग मे रखा छह- छह किलोग्राम विस्फोटक एवं बम बनाने मे प्रयुक्त होने वाला सामान जिसमे टायमर, सेल, वायर सहित अन्य सामग्री बरामद हुई है।
इस गिरफ्तारी के बाद मध्य प्रदेश और राजस्थान के खुफिया महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। राजस्थान के उदयपुर और जयपुर की एटीएस टीम गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है। मध्य प्रदेश की एटीएस भी सक्रिय हो गई है। सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार युवकों से पूछताछ के बाद इनके दो और साथियों को मध्यप्रदेश ऐटीएस ने हिरासत मे लेकर राजस्थान एटीएस के सुपुर्द किया है।
उदयपुर आईजी हिंगलाज दान ने उल्लेखित गिरफ्तारियों एवं बरामद विस्फोटक के बारे मे पुष्टि की है। सूत्रों के अनुसार आरोपी रतलाम मे हिन्दू संगठन के दो युवकों की हत्या की अलग-अलग वारदातों में शामिल रहे थे। इन हत्याओं के बाद उन्होंने रतलाम से भागकर निंबाहेड़ा के पास रानीखेड़ा को अपना मुख्यालय बना लिया था और वहीं रहकर अपनी गतिविधिया चला रहे थे।
आरोपियों से उदयपुर और जयपुर की एटीएस के साथ मध्य प्रदेश की एटीस की टीम अलग-अलग पूछताछ करने के लिए निंबाहेड़ा पहुंच गई है। आरोपियों से सामग्री के सप्लायर के संबंध में पूछताछ की जा रही है। मामले की उच्चस्तरीय पड़ताल में एनआईए के भी शामिल होने की जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है की सुफा संगठन आतंकियों के स्लीपर सेल माड्यूल के रूप मे कार्यरत है।
प्रारंभिक पूछताछ के बाद आधिकारीक सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार सूफा संगठन से जुड़े कट्टरपंथी सोच के 40 से 45 युवकों के नाम सामने आए है। वहीं मोबाइल डाटा की पड़ताल मे सामने आया है की गिरफ़्तारी से पूर्व तीनों आतंकियों की लोकेशन रतलाम मे ही थी। उनकी काल डिटेल के आधार पर स्थानीय पुलिस छापेमारी के साथ अन्य लोगो से भी पूछताछ कर विस्फोटक मिलने के बारे मे जानकारी ले रही है।
अल सुफा संगठन के बारे मे बताया जा रहा है की यह कट्टरपंथी सोच व तौर तरीकों का हिमायती है। कट्टर इस्लामिक नियमों को स्वीकार करने के लिए यह संगठन स्थानीय मुस्लिम समाज के लोगो से भी बर्बरता करता रहा है।
समाज में रहन-सहन के तौर-तरीके अपने हिसाब से चलाने के लिए हुए विवादों के मामले रतलाम पुलिस तक भी पहुंचे थे। मुस्लिम समाज के शादी-विवाह तथा अन्य कार्यक्रम रीति-रिवाजों को हिंदू रीति-रिवाज बताकर सुफा से जुड़े युवक इसका विरोध करते रहे हैं। निम्बाहेड़ा में गिरफ्तार आरोपियों ने स्थानीय थावरिया बाजार रतलाम निवासी तरुण सांखला की वर्ष 2017 मे हत्या कर दी थी।
हत्या की इस वारदात मे जुबेर और अल्तमस की गिरफ्तारी हुई थी। इसके पूर्व 24 सितंबर 2014 को रतलाम के महू रोड बस स्टैंड पर बजरंगदल नेता कपिल राठौड़ और उनकी होटल पर काम करने वाले पुखराज नामक व्यक्ति की भी गोली मारकर हत्या के मामले मे अल सुफा का नाम आया था।