वाराणसी की स्वतंत्र पत्रकार रिजवाना तबस्सुम ने की आत्महत्या, कमरे में नोटिस बोर्ड पर लिखा मिला स्थानीय नेता का नाम, FIR दर्ज
By पल्लवी कुमारी | Published: May 5, 2020 07:40 AM2020-05-05T07:40:41+5:302020-05-05T07:40:41+5:30
रिजवाना तबस्सुम बनारस की रहने वाली एक युवा पत्रकार थीं। रिजवाना तबस्सुम ने बीएचयू से पीजी डिप्लोमा हिंदी जर्नलिज्म किया था।
वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी की रहने वाली स्वतंत्र पत्रकार रिजवाना तबस्सुम ने सोमवार (4 मई) को आत्महत्या कर ली है। पुलिस को रिजवाना तबस्सुम का शव उनके कमरे में पंखे के फंदे से लटका मिला। पुलिस ने मामले में स्थानीय नेता शमीम नोमानी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की है। स्वतंत्र पत्रकार रिजवाना तबस्सुम बीबीसी और द वायर, दिप्रिंट हिंदी जैसे संस्थान के लिए लिखा करती थी।
कमरे के नोटिस पर बोर्ड लिखा था- ‘शमीम नोमानी जिम्मेदार हैं’
द प्रिंट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस को रिजवाना के कमरे में एक नोटिस बोर्ड पर 'शमीम नोमानी जिम्मेदार हैं' लिखा हुआ मिला है। शमीम नोमानी एक स्थानीय नेता है। बताया जा रहा है कि शमीम समाजवादी पार्टी से जुड़ा हुआ है।
सीओ सदर अभिषेक पांडे के मुताबिक सुसाइट नोट के आधार पर पुलिस ने अजीजुल हकीम ने लोहता थाने में शमीम नोमानी के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है।
पिता ने कहा- वह एक अच्छी बेटी के साथ-साथ अच्छी पत्रकार भी थी
एफआईआर रिजवाना के पिता ने नोटिस बोर्ड पर लिखी बातों को ध्यान में रखते हुए लिखवाया है। रिजवाना के पिता के हवाले से द प्रिंट ने लिखा है- रिजवाना ने कभी किसी को कुछ बताया भी नहीं न ही उसकी किसी कोई दुश्मनी रही। वह एक अच्छी बेटी के साथ-साथ अच्छी पत्रकार भी थी।
रिजवाना के पिता ने दिप्रिंट को बताया कि सुबह (सोमवार) देर तक रिजवाना का कमरा बंद था। उन्हें लगा कि हो सकता है कि वह रातभर किसी लेख पर काम कर रही हो...इसलिए सुबह देर तक सो रही है। लेकिन 9 बजे के आसपास उन्होंने रिजवाना के कमरे का दरवाजा खटखटाया...लेकिन काफी देर तक कोई आवाज नहीं आई। जिसके बाद वह काफी घबरा गए और उन्होंने पुलिस को फोन कर दिया। पुलिस जब फौरन मौके पर पहुंची तो रिजवाना पंखे से झूलते हुई मिली। जिसके बाद पुलिस ने रिजवाना के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।