Israel Hamas War: इजरायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध कैबिनेट भंग की, लड़ाई जारी
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: June 17, 2024 04:14 PM2024-06-17T16:14:32+5:302024-06-17T16:15:28+5:30
यह कदम तीन कैबिनेट सदस्यों में से एक पूर्व जनरल बेनी गैंट्ज़ के नेतन्याहू के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार छोड़ने के कुछ दिनों बाद आया है।
Israel Hamas War: इजरायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने छह सदस्यीय युद्ध कैबिनेट को भंग कर दिया है। इसे हमास और हिजबुल्लाह के खिलाफ देश के सैन्य अभियानों के प्रबंधन के लिए 11 अक्टूबर को बनाया गया था। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने सोमवार को यह जानकारी दी।
यह कदम तीन कैबिनेट सदस्यों में से एक पूर्व जनरल बेनी गैंट्ज़ के नेतन्याहू के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार छोड़ने के कुछ दिनों बाद आया है। नेतन्याहू अब गाजा युद्ध के बारे में मंत्रियों के एक छोटे समूह के साथ परामर्श करेंगे जिसमें रक्षा मंत्री योव गैलेंट और रणनीतिक मामलों के मंत्री रॉन डर्मर शामिल हैं। ये दोनों युद्ध कैबिनेट में थे।
पिछले हफ्ते इजरायली विपक्षी नेता बेनी गैंट्ज़ ने युद्ध कैबिनेट से अपनी वापसी की घोषणा की थी। बेनी गैंट्ज़ ने नेतन्याहू पर हमास से लड़ाई में असफल रहने की बात कही है। बेनी गैंट्ज़ और बेंजामिन नेतन्याहू कट्टर राजनीतिक प्रतिद्वंदी हैं और 7 अक्टूबर के हमलों के मद्देनजर गाजा में फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास को खत्म करने की रणनीति तैयार करने के लिए एक साथ आए थे।
युद्ध दक्षिणी इज़राइल पर हमास के अभूतपूर्व 7 अक्टूबर के हमले से शुरू हुआ था। इस हमले में लगभग 1200 इजरायली लोगों की मौत हो गई जिसमें ज्यादातर नागरिक थे। हमास आतंकियों 251 बंधकों को भी बंधक बना लिया। इनमें से 41 लोग मारे गए हैं, 116 गाजा में बचे हैं और बाकी को रिहा करा लिया गया है। हमास का सफाया करने के उद्देश्य से इजराइल के जवाबी हमले में गाजा में कम से कम 37,337 लोग मारे गए हैं।
हालांकि भले ही वॉर कैबिनेट भंग हो गई हो लेकिन गाजा में युद्ध रुकने के आसार नहीं हैं। पिछले 24 घंटों में दक्षिणी गाजा पर इजरायली हमलों में दर्जनों फिलिस्तीनियों की जान गई है। इजराइल और हमास के बीच पिछले आठ महीने से युद्ध जारी है जिससे गाजा मानवीय संकट से जूझ रहा है। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि युद्ध के कारण गाजा में लोगों तक राहत सामग्री नहीं पहुंच पा रही है जिससे वहां व्यापक भुखमरी फैल गई है।