यूपी में पिता ने पैसे नहीं होने पर मोबाइल दिलाने से किया इनकार, तो 16 वर्षीय बेटे ने कर ली आत्महत्या
By अनुराग आनंद | Updated: January 4, 2021 11:12 IST2021-01-04T11:09:42+5:302021-01-04T11:12:01+5:30
यूपी के कानपुर में पिता ने पैसे नहीं होने पर बेटे को नया मोबाइल फोन खरीदकर देने से इनकार किया, तो 16 वर्षीय लड़के ने अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

सांकेतिक तस्वीर (फाइल फोटो)
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक बेहद दुखद घटना घटी है। इस घटना ने साबित कर दिया है कि किस तरह से मोबाइल फोन आज के समय में बच्चों की जान के लिए आफत बन गया है। दरअसल, उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर के एक 16 वर्षीय लड़के ने कथित तौर पर अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, जब उसके पिता ने उसे पैसों की किल्लत की बात समझाते हुए एक नया एंड्रॉइड मोबाइल फोन खरीदने से मना कर दिया।
पुलिस ने कहा कि मृतक किशोर की पहचान सत्यम द्विवेदी के रूप में हुई है, जो स्थानीय स्कूल में कक्षा 12 का छात्र था। पिछले कुछ दिनों से वह अपने पिता से नया मोबाइल फोन खरीद कर देने के लिए कह रहा था। किशोर के पिता ने उसे बताया कि इस समय वह वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे हैं, ऐसे में वे फोन के लिए पैसे नहीं दे सकते हैं। साथ ही पिता ने बेटे को समझाया कि वह कुछ समय बाद उसे एक नया मोबाइल फोन दिला देंगे।
किशोर ने इस घटना को कैसे अंजाम दिया-
टाइम्स नाऊ के मुताबिक, शनिवार को लड़के ने एक बार फिर से अपनी मांग दोहराई। लेकिन, जब उसके माता-पिता ने वित्तीय बाधाओं का हवाला देते हुए उसकी मांग को ठुकरा दिया, तो लड़के ने खुद को उसके कमरे में बंद कर लिया।
जब वह काफी देर तक बाहर नहीं आया, तो उसकी मां सुलेखा कमरे के अंदर गई और उसे लटका पाया। इसके बाद किशोर की मां जोर-जोर से चिल्लाने लगी और उसने जल्दी से अपने पति और परिवार के अन्य सदस्यों को सूचित किया। पुलिस अधिकारी ने कहा कि किशोर लड़के के मृत शरीर को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया। मामले की आगे की जांच चल रही है।
एक अन्य घटना में महिला सब इंस्पेक्टर ने की आत्महत्या-
बता दें कि उत्तर प्रदेश के अन्य मामले में बुलंदशहर जिले के अनूपशहर पुलिस स्टेशन में तैनात एक महिला सब-इंस्पेक्टर (एसआई) ने अपने सरकारी आवास पर सीलिंग फैन से कथित तौर पर फांसी लगा ली। महिला ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने अपने इस कदम के लिए खुद को ही जिम्मेदार ठहराया है।