बिहार में जालसाजों ने पटना हाईकोर्ट में नियुक्ति के नाम पर किया बड़ा खेल, पोल खुलने पर हाईकोर्ट भी है अचंभित
By एस पी सिन्हा | Updated: May 11, 2022 19:59 IST2022-05-11T19:59:35+5:302022-05-11T19:59:35+5:30
हाईकोर्ट में पीए की बहाली के लिए कोई वैकेंसी नहीं निकली है। इसके बावजूद जालसाजों ने पटना हाई कोर्ट में पीए की नौकरी के नाम पर मुंगेर की एक छात्रा को नियुक्ति पत्र भेजा है।

बिहार में जालसाजों ने पटना हाईकोर्ट में नियुक्ति के नाम पर किया बड़ा खेल, पोल खुलने पर हाईकोर्ट भी है अचंभित
पटना: बिहार में नौकरी देने के नाम पर जालसाजों के द्वारा कई विभागों में फर्जी बहाली के जरिए जालसाजों ने युवाओं को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। इसी कड़ी में अब जालसाजों के द्वारा पटना हाईकोर्ट के नाम पर भी जालसाजी की गई है। हाईकोर्ट में पीए की बहाली के लिए कोई वैकेंसी नहीं निकली है। इसके बावजूद जालसाजों ने पटना हाई कोर्ट में पीए की नौकरी के नाम पर मुंगेर की एक छात्रा को नियुक्ति पत्र भेजा है।
बताया जाता है कि जालसाजों ने छात्रा को पटना हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार के फर्जी हस्ताक्षर किया हुआ नियुक्ति पत्र भेज दिया। इसकी जानकारी दीक्षा कुमारी ने हाईकोर्ट के न्यायिक अधिकारियों को स्पीड पोस्ट के माध्यम से दी। जब मामले का खुलासा हुआ तो प्रशासन भी दंग रह गया। स्पीड पोस्ट आने के बाद वहां इस बात की चर्चा होने लगी कि जब कोई वैकेंसी ही नहीं निकाली गई थी तो नियुक्ति पत्र कैसे मिल गया?
इस मामले में पटना हाई कोर्ट के डिप्टी रजिस्ट्रार जयकुमार सिंह ने कोतवाली थाना में लिखित केस दर्ज कराया है। डिप्टी रजिस्ट्रार ने दीक्षा की मेडिकल परीक्षा रिपोर्ट और आचरण प्रमाण पत्र भी दिया है। मेडिकल रिपोर्ट मुंगेर के सिविल सर्जन कार्यालय से बना है, जबकि आचरण प्रमाणपत्र मुंगेर एसपी के ऑफिस से जारी हुआ है।
इस संबंध में पुलिस अधिकारियों ने बताया कि केस दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है। पटना पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने बताया है कि पुलिस उस छात्रा को नोटिस भेजकर बुलाएगी। मामले की जांच-पडताल की जा रही है। पुलिस छात्रा से सारी जानकारी लेने के बाद आगे की कार्यवाही की करेगी।