हैदराबाद: मुंह दबाकर चारों आरोपी करते रहे महिला डॉक्टर का गैंगरेप, जानबूझकर स्कूटी की पंक्चर, आरोपियों ने ऐसे की रेप की प्लानिंग
By पल्लवी कुमारी | Published: November 30, 2019 03:15 PM2019-11-30T15:15:13+5:302019-11-30T15:15:13+5:30
हैदराबाद महिला डॉक्टर गैंगरेप और हत्या मामला: पुलिस जांच के बाद माना जा रहा है कि सांस नहीं ले पाने के दौरान पीड़िता की मौत हो गई। 26 वर्षीय महिला डॉक्टर का शव पुलिस को गुरुवार (28 नवंबर) सुबह हैदराबाद-बेंगलुरु हाईवे के पास बरामद हुआ था।
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में 26 वर्षीय महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप, हत्या और शव को जला देने के मामले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। इस घटना ने दिल्ली में हुए निर्भया कांड की याद को फिर से ताजा कर दिया है। सोशल मीडिया पर आरोपियों को सरेआम फांसी देने की मांग की जा रही है। चारों आरोपियों में मुख्य आरोपी का नाम मोहम्मद आरिफ है। इसके अलावा बाकियों के नाम नवीन, चिंताकुंता केशावुलु और शिवा है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने गैंगरेप करते वक्त महिला डॉक्टर पीड़िता के मुंह में उसकी का दुपट्टा ठूस कर मुंह बंद कर दिया था। आरोपियों ने मुंह बंद पीड़िता के चिल्लाने के बाद किया। पुलिस जांच के बाद माना जा रहा है कि सांस नहीं ले पाने के दौरान पीड़िता की मौत हो गई। 26 वर्षीय महिला डॉक्टर का शव पुलिस को गुरुवार (28 नवंबर) सुबह हैदराबाद-बेंगलुरु हाईवे के पास बरामद हुआ था।
गैंगरेप के प्लानिंग के तहत महिला डॉक्टर की स्कूटी की टायर की टायर की गई पंक्चर
मुंबई मिरर में छपी खबर के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि गैंगरेप और हत्या की यह घटना बुधवार रात 9.35 से 10 बजे के बीच की है। पुलिस के अनुसार, टोल प्लाजा से थोड़ी दूर हाईवे पर दो ट्रकों के पीछे महिला डॉक्टर से चारों आरोपियों ने रेप किया था। बाद में उन्होंने उसके मुंह में कपड़ा भर दिया और उसे डीसीएम वाहन में शादनगर के पास पुलिया पर ले गए। रास्ते में चलती गाड़ी में आरोपियों ने फिर से महिला के साथ रेप किया था। फिर कंबल में लपेट कर शव को जलाने से पहले महिला के दुपट्टे से उसका गला घोंट दिया।
26 वर्षीय मुख्य आरोपी मोहम्मद आरिफ एक लॉरी ( ट्रक जैसी गाड़ी) चालक है। शिवा (20), एक ट्रक में ड्राइवर और क्लीनर के रूप में काम करते हैं, जबकि चिंताकुंता (20) और नवीन (20) दूसरे ट्रक में काम करते हैं। ये लोग कर्नाटक और तेलंगाना के बीच माल ले जाते हैं। आरोपियों ने थोंदुपल्ली टोल प्लाजा के सर्विस रोड पर अपनी गाड़ियों को खड़ा कर दिया था और शराब पीने की तैयारी कर रहे थे। इसी बीच 27 नवंबर की शाम 6.15 के आसपास पीड़िता टोल प्लाजा के पास आई और अपना स्कूटी को पार्क किया। फिर वहां से कैब लेकर गचिबोवली चली गईं।
बहन को फोन कर महिला डॉक्टर ने कहा था डर लग रहा है बहुत ज्यादा
इस वारदात का मुख्य साजिशकर्ता आरिफ को पूरा यकीन था कि महिला डॉक्टर अपनी स्कूटी लेने वापस जरूर आएगी। आरिफ ने कथित तौर पर महिला के डॉक्टर की वापसी पर उसके गैंगरेप की प्लानिंग की। इसी के तहत आरोपी नवीन ने स्कूटी के टायर को पंक्चर कर दिया। रात करीब 9.18 बजे महिला डॉक्टर वापस लौटी, तो आरिफ अपने ट्रक से नीचे उतर गया और उसे बताया कि उसका टायर पंक्चर हो गया है। महिला हेल्प लेने के लिए तैयार हो गई। आरिफ और शिव स्कूटी लेकर चला गया। इसी बीच, पीड़िता ने अपनी बहन से फोन पर बात की और उसे टायर की समस्या के बारे में बताया। महिला डॉक्टर ने अपनी बहन को फोन पर ये भी बताया था कि उसे वहां खड़े रहने में डर लग रहा है। बहन ने उसे फोन पर सलाह दी थी कि वह टोल प्लाजा से दूर बिल्कुल ना जाए। शिवा स्कूटी को ठीक कराने के बहाने कुछ दूर ले गया।
तीन आरोपियों ने मिलकर महिला डॉक्टर को झाड़ी में खींचा
आरिफ, नवीन, चिंताकुंता ने टोल प्लाजा के पास खड़ी महिला डॉक्टर को जबरन झाड़ी में खींच लिया। इसी दौरान शिव बाइक से लौट आया। पुलिस ने कहा कि चारों ने उसके साथ बारी बारी से रेप किया। गैंगरेप के दौरान महिला डॉक्टर ने मदद के लिए जोर-जोर से चिल्लाना शुरू किया। आरोपियों को लगा कहीं वे पकड़े जा सकते हैं। इसी बीच मोहम्मद आरिफ ने महिला डॉक्टर का मुंह बंद कर दिया ताकि उनकी आवाज बाहर न आ सके। माना जा रहा है कि इसी दौरान सांस नहीं ले पाने के कारण महिला डॉक्टर की दम घुटने से मौत हो गई।
आरोपियों ने ऐसे ठिकाना लगाया महिला डॉक्टर के शव को
आरिफ और चिंताकुंता ने शव को लेकर लॉरी( ट्रक जैसी गाड़ी) के केबिन में शव को रखा। इधर शिवा और नवीन ने स्कूटी को लेकर पेट्रोल लेने गए। उन्होंने कोथुरु के पेट्रोल पंप से पेट्रोल लिया। फिर आरोपियों ने शादनगर क्रॉस सड़कों के पास एक यू टर्न लिया और अंडरपास के ऊपर सड़क पर रुक गए। उन्होंने शव को एक कंबल में ढंक दिया और उसे अंडरपास तक ले गए और पेट्रोल और डीजल डालकर कर आग लगा दी। बाद में वे वहां से चले गए। स्कूटी पर मौजूद दो लोग थोड़ी देर बाद जांच करने के लिए वापस आए कि क्या शरीर पूरी तरह से जल गया है। पुष्टि करने पर, वे दूर चले गए और कोथुरु के पास रुक गए, जहां उन्होंने बाइक को छोड़ दिया और ट्रक में चढ़ गए। वे हैदराबाद के बाहरी इलाके अरामघर चोरस्टा पहुंचे।
हैदराबाद पुलिस ने बताया कि लोगों से पूछताछ और सीसीटीवी की मदद से आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनर ने बताया कि पूरी साजिश के तहत इस घटना को अंजाम दिया गया, जिसमें चारों आरोपी शामिल थे।