झारखंड में लौहनगरी के नाम से प्रसिद्ध जमशेदपुर में एक शिक्षक ने शर्मनाक घटना को अंजाम दिया। यहां परसुडीह थाना क्षेत्र नामोटोल स्थित एक पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाली एलकेजी की छह वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म करने के मामले में पीड़िता के परिजनों ने परसुडीह थाना में मामला दर्ज कराया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हॉस्टल इंचार्ज सह विद्यालय के प्रिंसिपल के भाई रामकृष्ण मिश्रा (50) पर बच्ची के परिजनों ने यह आरोप लगाया है। परसुडीह थाना में गुरुवार देर शाम बच्ची के पिता की शिकायत पर मामला दर्ज कर पुलिस ने आरोपी हॉस्टल इंचार्ज रामकृष्ण मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया।
परिजनों ने स्कूल के प्रिंसिपल के भाई पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। कहा जा रहा है कि एलकेजी की छात्रा से हॉस्टल संचालक का पति डेढ़ साल से दुष्कर्म कर रहा था। बच्ची परेशान थी और जब उसे उसके साथ होने वाली घटना की समझ आई तो उसने यह बात परिजनों को बताई।
परिजनों ने यह शिकायत चाइल्ड लाइन से की, जिसके बाद मामला पुलिस के पास पहुंचा। पुलिस ने आरोपित रामकुमार मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया। वह हॉस्टल संचालिका का पति है।
बच्ची ने चाइल्ड लाइन और पुलिस को बताया कि रामकुमार उसी हॉस्टल की तीन अन्य नाबालिग छात्राओं को भी अपना शिकार बनाता है। इसकी पुलिस जांच कर रही है। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपित पर आईपीसी धारा 376 ए,बी और पॉक्सो एक्ट के तहत एफआईआर की गई है।
परिजनों ने बताया कि कुछ दिनों पहले छात्रावास से घर लौटने के बाद लडकी ने बताया कि आरोपी डेढ़ वर्ष से उसका यौन उत्पीड़न कर रहा था। बाल संरक्षण कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ मिलकर जांच के बहाने हॉस्टल में जाकर आरोपित को दबोचा।
वहीं, जमशेदपुर बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष पुष्पा रानी तिर्की के अनुसार, अन्य लडकियों के परिजनों ने अबतक इसकी शिकायत नहीं की है। आरोपी की पत्नी छात्रावास चलाती है और बच्चियों से यौन शोषण में उनकी भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता। चाइल्ड लाइन की समन्वयक ने कहा कि आरोपी ने इस बात से इनकार किया है कि उसने ऐसा किया है, लेकिन बच्ची के बयान पर एफआईआर दर्ज कराई गई है।
बताया जाता है कि छात्रा दरअसल इस पब्लिक स्कूल के गर्ल्स हॉस्टल में ही रहती है। बच्ची हॉस्टल से दुर्गा पूजा की छुट्टी में घर आई थी। छह वर्षीय बच्ची ने यह बात तब मां को बताई जब छुट्टी खत्म होने पर 26 को स्कूल खुलना था। उस बच्ची ने जब स्कूल जाने से मना किया तो मां ने काफी पूछताछ की, लेकिन उसे बच्ची ने पहले कुछ नहीं बताया। पर मां की सहेली को सारा घटनाक्रम बताया कि किस प्रकार से उसे डरा धमका कर उसके साथ गलत काम करता था।
पीड़ित बच्ची को जांच के लिए एमजीएम अस्पताल भेजा जा गया। डीएसपी ने कहा कि इस मामले में स्कूल और हॉस्टल में रहने वाली और छात्राओं से बात की जाएगी। जबकि एसपी सिटी प्रभात कुमार और सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष पुष्पा रानी तिर्की ने स्कूल हॉस्टल के उस कमरे में जाकर दो घंटे तक जांच की, जहां बच्ची रहती थी और उसके साथ घटना को कई बार अंजाम दिया गया। वहीं स्कूल प्रबंधन ने पुलिस को बताया कि बच्ची की छह माह से फीस बकाया थी।