भोपालः मध्य प्रदेश के गुना में अतिक्रमण हटाने गई पुलिस द्वारा किसान दंपति को पीटने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मामले को बढ़ता देख मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुना जिले के कलेक्टर और एसपी को हटा दिया है। इस बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि इस जघन्य कृत्य के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट करते हुए कहा, 'गुना एसपी और कलेक्टर को हटा दिया गया है और घटना की जांच करने को कहा गया है। मुझे विश्वास है कि इस जघन्य कृत्य के लिए जिम्मेदार सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।'
इससे पहले बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर बताया था, 'गुना की दुर्भाग्यपूर्ण घटना को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी ने गुना के कलेक्टर और एसपी को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दे दिए हैं।'
कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर साधा निशाना
इस घटना पर कांग्रेस ने भी मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार पर निशाना साधा है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पिटाई का वीडियो शेयर करते हुए पूछा है कि शिवराज सरकार प्रदेश को कहां लेकर जा रही है। कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'ये कैसा जंगल राज है। गुना में कैंट थाना क्षेत्र में एक दलित किसान दंपत्ति पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों द्वारा इस तरह बर्बरता पूर्ण लाठीचार्ज।'
गुना मामलाः जानिए क्या है पूरी घटना
दरअसल, गुना में मॉडल कॉलेज निर्माण के लिए शासकीय कॉलेज प्रबंधन को 20 बीघा जमीन जगनपुर चक क्षेत्र में आवंटित की गई थी। इस जमीन पर गब्बू पारदी नाम के व्यक्ति का कब्जा था। पुलिस बीच में एक बार अतिक्रमण हटवा भी दिया था लेकिन दोबारा इस पर अतिक्रमणकारियों ने कब्जा कर लिया था।
बताया जा रहा है कि गब्बू पारदी ने इसी जमीन को पैसे लेकर कुछ किसानों को बटाई पर दे दिया था। इसके बाद उन किसानों ने वहां खेती करना शुरू कर दिया था। कॉलेज प्रबंधन की शिकायत पर राजस्व और पुलिस विभाग मंगलवार को फिर मौके पर पहुंचकर जमीन को खाली कराने की कार्रवाई के लिए पहुंची थी। इसी दौरान पुलिस ने एक किसान दंपति से मारपीट की, जिसके बाद उन्होंने कीटनाशक दवा पीकर आत्महत्या की कोशिश की।