गुजरात में डॉक्टर की आत्महत्या को लेकर भाजपा सांसद पर गंभीर आरोप, पुलिस कर रही है जांच, जानें पूरा मामला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 21, 2023 12:31 PM2023-02-21T12:31:57+5:302023-02-21T15:33:11+5:30
गुजरात में पिछले हफ्ते एक जाने-माने डॉक्टर अतुल चग के कथित आत्महत्या ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। मामले ने इसलिए भी तूल पकड़ लिया है क्योंकि पुलिस को मिले सुसाइड नोट में डॉक्टर अतुल ने एक भाजपा सांसद और उनके पिता पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
अहमदाबाद: गुजरात में 59 साल के डॉक्टर अतुल चग की कथित आत्महत्या मामले में बीजेपी सांसद राजेशभाई चुडासमा और उनके पिता नारन चुडासमा पर लगे आरोपों को लेकर पुलिस ने जांच तेज कर दी है। डाक्टर के आवास से बरामद सुसाइड नोट को फिलहाल वेरिफिकेशन के लिए राजकोट में फोरेंसिक लैब भेज दिया गया है। वहीं डॉक्टर अतुल के बेटे ने भी पुलिस को एक आवेदन देकर सांसद और सांसद के पिता के खिलाफ धमकी देने और लगभग 1. 75 करोड़ हड़पने के मामले में FIR दर्ज करने की मांग की है।
शुक्रवार को डॉक्टर के बेटे हितार्थ के आवेदन पर आकस्मिक मृत्यु मामले की पुलिस ने आगे की जांच शुरू कर दी। समाचार पत्र इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक बीजेपी सांसद के पिता नारन चुडासमा ने सोमवार को कहा कि मामले में उनका नाम घसीटने के पीछे राजनीतिक मंशा है, अडानी समूह की कंपनियों के शेयर की कीमतों में गिरावट के कारण बड़ी रकम गंवाने के बाद डॉक्टर ने यह कदम उठाया।
घर में 12 फरवरी को मृत पाए गए थे डॉ. अतुल
दरअसल ये पूरा मामला गुजरात के गीर सोमनाथ जिले के वेरावल कस्बे का है जहां 12 फरवरी की दोपहर एक डॉक्टर अपने आवास पर मृत पाए गए थे। कथित रूप से डाक्टर अतुल ने आत्महत्या की और उससे पहले एक सुसाइड नोट लिखा। पुलिस को मिले नोट में बीजेपी सांसद के नाम का जिक्र किया गया है।
जानकारी के मुताबिक गुजराती में लिखे इस नोट में लिखा था 'मैं नारनभाई और राजेशभाई चुडासमा के कारण आत्महत्या कर रहा हूं'। पुलिस अब ये जानने की कोशिश कर रही है कि सुसाइड नोट में नामित दो लोग बीजेपी के लोकसभा सदस्य राजेश चुडासमा और उनके पिता नारन चुडासमा ही हैं या नहीं।
बता दें कि राजेशभाई नारनभाई चुडासमा जूनागढ़, गिर सोमनाथ, गुजरात लोकसभा से सांसद हैं। वह पहले गुजरात विधान सभा के सदस्य थे। वह 2012 में भारतीय जनता पार्टी भाजपा के उम्मीदवार के रूप में जूनागढ़ जिले के मांगरोल से चुने गए थे। उन्होंने जूनागढ़ लोकसभा क्षेत्र से 2014 का लोकसभा चुनाव जीता।
20 सालों से थी पहचान, करोड़ो रुपये उधार देने का दावा
सामान्य दवाओं में एमडी डॉ अतुल चाग नवजीवन अस्पताल चलाते थे। उनकी मौत के बाद उनके बेटे हितार्थ के पुलिस को दिए आवेदन के अनुसार सांसद और उनके पिता का मृतक के साथ पिछले 20 वर्षों से घनिष्ठ संबंध था और दोनों ने डॉक्टर का विश्वास जीतकर 2008 से किश्तों में डॉक्टर से लगभग 1.75 करोड़ रुपये उधार लिए थे। शिकायत में कहा गया है कि जब डाक्टर ने 2021 में अपने पैसे वापस करने की मांग की तो सांसद और उनके पिता ने इंकार दिया।
मृतक डाक्टर के दोस्त डॉ जलपान रूपपारा ने आरोप लगाया कि मृतक ने दोनों को 2 से 2.5 करोड़ रुपये उधार दिए थे। उनका कहना है कि 'मैं पिछले दो सालों से डॉक्टर को करीब से जानता हूं। उन्होंने मुझे बताया था कि वह काफी तनाव में था क्योंकि राजेश और नारन ने उसके पैसे नहीं लौटाए थे।'
डॉक्टर अतुल की मौत के कुछ दिन बाद लोहाना के एक संगठन ने सूरत शहर में रैली निकाली और सूरत के कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपकर सुसाइड नोट में जिक्र किए गए आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की।
अडानी समूह के शेयर गिरने से डूबे डॉक्टर अतुल के पैसे!
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक मामले में बीजेपी सांसद के पिता नारन चुडासमा ने कहा कि हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट के बाद जनवरी में अडानी समूह के शेयरों की कीमतें गिर गईं जिसकी वजह से डाक्टर के 8 से 9 करोड़ डूब गए। इसी वजह से उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया।
नारन चुडासमा ने अखबार को बताया कि वो डाक्टर को 1996 से जानते हैं जब उनकी मां मुंगीबेन बीमार पड़ गई थीं। नारन चुडासमा ने बताया कि डाक्टर अतुल ने मेरी पत्नी का भी इलाज किया था। हमारा परिवार उसे टिफिन भेजा करता था। वह न केवल हमारे परिवार के साथ सौहार्दपूर्ण थे बल्कि गरीबों के प्रति भी दयालु थे । हम हैरान हैं कि हम पर उंगलियां क्यों उठाई जा रही हैं।