3 हजार रुपये के लिए पोते ने कर दी दादा की हत्या, जानिए पूरा वाकया
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 13, 2022 09:04 PM2022-02-13T21:04:07+5:302022-02-13T21:13:37+5:30
आरोपी सुशांत राम सतपुते ने अपने दादा लक्ष्मण कानूजी घुगे से 3 हजार रुपये उधार लिये थे और जब दादा ने उससे अपने पैसे मांगे तो सुशांत को यह बात इतनी नागवार गुजरी कि उसने अपने वृद्ध दादा को जान से मार डाला।
मुंबई: एक कलयुगी पोते ने गुस्से में आकर अपने दादा की महज इसलिए हत्या कर दी क्योंकि उसके दादा ने उससे 3 हजार रुपये मांग लिये थे। जानकारी के मुताबिक पनवेल में 22 साल के आरोपी सुशांत राम सतपुते ने घर में पड़े बांस से पीट-पीटकर अपने दादा लक्ष्मण कानूजी घुगे की हत्या कर दी और फिर कमरे में बाहर से ताला लगाकर मौके से फरार हो गया।
इस मामले में जानकारी देते हुए मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी सुशांत राम सतपुते ने अपने दादा लक्ष्मण कानूजी घुगे से 3 हजार रुपये उधार लिये थे और जब दादा ने उससे अपने पैसे मांगे तो सुशांत को यह बात इतनी नागवार गुजरी कि उसने अपने वृद्ध दादा को जान से मार डाला।
मुंबई पुलिस के सीनियर इंस्पेक्टर शशिकांत पवार ने बताया कि आरोपी सुशांत राम सतपुते नशे का आदी है और अक्सर चरस-गांजा का सेवन करता रहता है। घरवालों ने उसकी नशे की लत छुड़ाने के लिए कुछ महीने पहले ड्रग रिहैबिलिटेशन सेंटर भेजा था, लेकिन वह वहां से भी भाग आया था। आरोपी अपने माता-पिता के साथ नवी मुंबई के नेरुल में रहता था।
बीते 8 फरवरी को सुशांम राम सतपुते वडाला में अपने दादा लक्ष्मण कानूजी घुगे के घर पहुंचा और रात को उन्हीं के घर में रहा। सुबह में घुगे ने आरोपी सतपुते से अपने उधार दिये पैसे की मांग की तो दोनों के बीच बहस होने लगी। थोड़ी ही देर में सतपुते को अपने दादा पर गुस्सा आ गया और उसने घर में पड़े एक बांस के डंडे को उठाया और फिर दादा के सिर पर बेतहाशा वार करने लगा। छोड़ी देर में लक्ष्मण कानूजी घुगे बेहोश हो गये तो सतपुते डर गया और कमरे में बाहर से ताला लगाकर मौके से फरार हो गया।
थोड़े वक्त के बाद पड़ोसियों ने लक्ष्मण कानूजी घुगे के बेटे यानी सतपुते के पिता को इस बात की खबर दी की दादा-पोते में पैसे के लिए झगड़ा हो रही है। मामले की जनकारी मिलते ही आरोपी सतपुते की मां और दादी (लक्ष्मण कानूजी घुगे की पत्नी) भागते हुए करीब 11 बजे नेरुल से वडाला पहुंचे तो देखा कि घर के फर्श पर लक्ष्मण कानूजी घुगे खून से लथपथ पड़े हैं।
परिवार वालों ने पड़ोसियों की मदद से फौरन लक्ष्मण कानूजी घुगे को पास के अस्पताल में ले गये, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद मौके पर पहुंची वडाला थाने की पुलिस ने सतपुते के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया।
इसके बाद पुलिस टीम ने मौके से आसपास के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला तो पता चला कि आरोपी सतपुते जुर्म को अंजाम देने के बाद वडाला स्टेशन की ओर भागा है। पुलिस फौरन वडाला रेलवे स्टेशन पहुंची और वहां के कैमरों को देखा तो पता चला कि वह पनवेल की ओर जा रहा है। इसके बाद पुलिस टीम ने उसका पीछा किया और 12 फरवरी की रात उसे पकड़ कर भायखला में क्राइम ब्रांच के दफ्तर में ले गये।
भायखला क्राइम ब्रांच के दफ्तर में आरोपी सतपुते का बयान दर्ज किया गया, जिसमें उसने हत्या करने की बात कबूल की। उसके बाद उसे वडाला पुलिस थाने को सौंप दिया गया जो उसे अपने साथ लेकर चली गई।