पटना: बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा यह दावा किया जाना कि कानून अपना काम कर रहा है, लडकियां खुद को सुरक्षित महसूस नही कर रही हैं। लड़कियां दहशत के साये में स्कूल-कॉलेज जाने को विवश हो रही हैं। इसी कड़ी में राजधानी पटना से सटे दानापुर में दिनदहाड़े बीच सड़क पर छात्राओं से छेड़खानी किये जाने का मामला सामने आया है। इस दौरान मनचलों ने छात्राओं के कपड़े तक फाड़ डाले। इस घटना के बाद सभी छात्राएं डर के साये में हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दानापुर इलाके के एक कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं के साथ असामाजिक तत्वों के द्वारा बस से उतारकर छेड़खानी की गई। बताया जा रहा है कि इस दौरान कई छात्राओं के कपड़े तक फाड़ दिए गए तो किसी का बुर्का उतारा गया। साथ ही सभी के साथ बदसलूकी और मारपीट भी की गई।
वहीं कॉलेज प्रशासन की मानें तो 2 दिन पूर्व कॉलेज कैंपस में घुसकर असामाजिक तत्वों द्वारा जमकर तोड़फोड़ और फायरिंग की गई थी। जिसकी जानकारी कॉलेज प्रशासन के द्वारा मनेर थाना को दी गई थी। हालांकि उसके बाद दुबारा असामाजिक तत्वों के द्वारा जब छात्रा बस से पटना जा रही थी तभी असामाजिक तत्वों द्वारा बस रोककर उन्हें जबरन बीच सड़क पर उतारकर छेड़खानी की गई।
कॉलेज के निदेशक ने बताया कि ऐसी अराजकता की स्थिति में कॉलेज चलाना संभव नहीं है। कॉलेज सभी छात्राओं को सुरक्षा दे नहीं सकता। हालांकि इस संबंध में भी मनेर थाने में मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद कॉलेज में छात्राओं का आना कम हो गया है। 80 फीसदी छात्रा डर से कॉलेज नहीं आ रही हैं। लड़कियां अपनी सुरक्षा की गुहार लगा रही हैं।
इस मामले में एएसपी दानापुर ने मामले में संज्ञान लेते हुए कुछ पुलिस वाले को कॉलेज में ड्यूटी पर लगाया है। साथ ही बताया कि असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।