सरयू एक्सप्रेस में खून से लथपथ मिली महिला कांस्टेबल, चेहरे पर धारदार हथियार से हुआ हमला; कोर्ट ने रेलवे को लगाई फटकार
By अंजली चौहान | Published: September 5, 2023 10:22 AM2023-09-05T10:22:37+5:302023-09-05T11:11:08+5:30
सरयू एक्सप्रेस में एक महिला कांस्टेबल पर हमला होने और उसे "खून से लथपथ" पाए जाने के बाद इलाहाबाद उच्च न्यायालय की दो-न्यायाधीशों की पीठ ने "अपने कर्तव्यों के निर्वहन में विफल" होने के लिए रेलवे सुरक्षा बल को फटकार लगाई।
अयोध्या:भारतीय रेलवे के सरयू एक्सप्रेस में खून से लथपथ और घायल एक महिला कांस्टेबल मिली है। महिला के ऊपर जानलेवा हमला किया गया है जिसमें वह बुरी तरह से घायल हो गई है।
मामले में बिना देरी के इलाहाबाद हाईकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए रेलवे की सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं। 45 साल की महिला सिपाही पर जानलेवा हमले ने रेलवे सुरक्षा व्यवस्था गंभीर सवाल उठाया है।
हाईकोर्ट ने मामले में गहरी नाराजगी जताते हुए देर रात ही बेंच बुलाई और सुनवाई की है। गौरतलब है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रीतिंकर दिवाकर और न्यायमूर्ति आशुतोष श्रीवास्तव की दो-न्यायाधीशों की पीठ ने देर रात रविवार को त्वरित सुनवाई की है।
कोर्ट ने कहा कि आरपीएफ को अपने कर्तव्यों के निर्वहन में विफल होने के लिए फटकार लगाई। उन्होंने सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) को 13 सितंबर तक अपनी जांच पर प्रगति रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया।
दो जजों की पीठ ने कहा कि वर्तमान घटना स्पष्ट रूप से भारतीय रेलवे अधिनियम के कुछ प्रावधानों के उल्लंघन को दर्शाती है। इसके अलावा, रेलवे सुरक्षा बल भी पूरी तरह से विफल रहे हैं।
उच्च न्यायालय ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए बनाए गए नियमों और विनियमों को प्रभावी बनाने में अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए। वर्तमान घटना न केवल महिलाओं के खिलाफ अपराध है, बल्कि पूरे समाज के खिलाफ है और यह महिलाओं के पूरे मनोविज्ञान को नष्ट कर देती है।
व्हाट्सएप मैसेज के जरिए चीफ जस्टिस ने लिया संज्ञान
जानकारी के अनुसार, महिला सिपाही की खून से सनी हुई तस्वीर रविवार को मुख्य न्यायाधीश दिवाकर ने देर शाम अपने आवास पर बैठक कर सरयू एक्सप्रेस में महिला कांस्टेबल पर हमले के संबंध में व्हाट्सएप संदेश मिलने के बाद स्वत: संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की।
उन्होंने अपनी और न्यायमूर्ति श्रीवास्तव की एक पीठ के गठन का निर्देश दिया था। तस्वीरों में महिला कांस्टेबल बुरी तरह से जख्मी दिख रही है और वह बेहोशी की हालत में है।
कैसे हुई महिला की ये हालत?
बताया जा रहा है कि घटना 30 अगस्त की है जब महिला सिपाही अयोध्या स्टेशन पर सरयू एक्सप्रेस के एक डिब्बे में बेहोश मिली थी। उसके चेहरे पर किसी धारदार हथियार से हमला किया गया था और उसकी खोपड़ी पर दो फ्रैक्चर हुए थे। जीआरपी ने कहा कि उसे लखनऊ के केजीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया और उसकी हालत अब स्थिर है।
महिला का लहूलुहान वीडियो सोशल मीडिया पर कई दिनों तक वायरल हुआ लेकिन अभी तक आरोपियों की कोई पहचान नहीं हुई। वहीं, जज के व्हाट्सएप पर फोटो आने के बाद उन्होंने इसका स्वत संज्ञान लिया।
पुलिस का कहना है कि अभी तक महिला सिपाही के साथ यौन उत्पीड़न का कोई सबूत नहीं मिला है। मामले में आगे की जांच जारी है और महिला का इलाज चल रहा है। वहीं, महिला सिपाही को अभी तक होश नहीं आया है।
मामला सामने आने के बाद महिला सिपाही के भाई की लिखित शिकायत के बाद, आईपीसी की धारा 332, 353 और 307 के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है।