फरार आईपीएस अधिकारी का पिता भी शामिल था वसूली में, मुंबई पुलिस ने बनाया आरोपी
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 9, 2022 07:35 PM2022-04-09T19:35:13+5:302022-04-09T20:07:08+5:30
मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने निलंबित आईपीएस अधिकारी सौरभ त्रिपाठी के पिता नीलकंठ त्रिपाठी को अंगदिया रंगदारी मामले में आरोपी बनाया है। इससे पहले पुलिस ने शुक्रवार को सौरभ त्रिपाठी के बहनोई आशुतोष मिश्रा को इसी मामले में लोकल कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया।
मुंबई: अंगदिया रंगदारी वसूली के मामले में फरार चल रहे भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी सौरभ त्रिपाठी के पिता को मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने वसूली के मामले में आरोपी बनाया है।
जानकारी के मुताबिक मुंबई पुलिस ने निलंबित आईपीएस अधिकारी सौरभ त्रिपाठी के पिता नीलकंठ त्रिपाठी को अंगदिया रंगदारी मामले में आरोपी बनाया है। इससे पहले पुलिस ने शुक्रवार को सौरभ त्रिपाठी के बहनोई आशुतोष मिश्रा को इसी मामले में लोकल कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया।
मामले की सुनवाई करते हुए मजिस्ट्रेट ने आशुतोष मिश्रा को 11 अप्रैल तक पुछताछ के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है। जानकारी के मुताबिक आईपीएस के गिरफ्कार हुए बहनोई आशुतोष मिश्रा उत्तर प्रदेश के बस्ती से केंद्रीय माल और सेवा कर विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर तैनात हैं।
आशुतोष मिश्रा की गिरफ्तारी के साथ अंगदिया वसूली मामले में मुंबई पुलिस अब तक कुल पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर चुकी है। वहीं मिश्रा के साले आईपीएस सौरभ त्रिपाठी इस मामले में नाम उजागर होने के बाद से ही फरार चल रहे हैं।
मालूम हो कि यह मामला मुंबई के मालाबार हिल इलाके के एक व्यवसायी से पुलिस द्वारा 55 लाख रुपये की रंगदारी से जुड़ा है। अंगदिया जबरन वसूली का मामला पिछले साल दिसंबर में उस समय सामने आया था जब अंगदिया एसोसिएशन ने मुंबई पुलिस के तत्कालीन कमिश्नर के पास शिकायत दर्ज कराई थी कि डीसीपी के पद पर तैनात आईपीएस अधिकारी सौरभ त्रिपाठी अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अंगडिया ऑपरेटरों और उसके कर्मचारियों को धमकाकर उनसे 15 से 18 लाख रुपये तक की वसूली की है।
अंगड़िया संचालकों की शिकायत पर एक्शन लेते हुए मुंबई पुलिस के तत्कालीन कमिश्नर हेमंत नागराले ने फौरन जांच के आदेश दे दिये थे। जांच में यह बात सामने आ गई कि डीसीपी सौरभ त्रिपाठी कथित तौर पर अंगदियों से जबरन वसूली करते थे और पैसों को हवाला के जरिए उत्तर प्रदेश भेजते थे। इस मामले की जांच के लिए मुंबई पुलिस कमिश्नर ने कुल 5 टीमों का गठन किया था।
मामला उजागर होने के बाद मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम बीते एक महीने से फरार चल रहे आईपीएस अधिकारी सौरभ त्रिपाठी की तलाश कर ही है और त्रिपाठी की गिरफ्तारी के लिए मुंबई क्राइम ब्रांच की दो टीमें उत्तर प्रदेश भी रवाना हुई हैं।
इस मामले में मुंबई पुलिस ने अपने विभाग में तीन अधिकारियों को निलंबित करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया है। जिनके नाम एपीआई नितिन कदम, सब इंस्पेक्टर समाधान जामदादे और ओम वंगाटे हैं।