धनशोधन मामले में संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत से भी होगी पूछताछ, ईडी ने समन भेजा
By शिवेंद्र राय | Published: August 4, 2022 05:05 PM2022-08-04T17:05:23+5:302022-08-04T17:06:58+5:30
धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में चल रहे शिवसेना नेता संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को भी जांच एजेंसी ने पूछताछ के लिए बुलाया है। उधर शिवसेना नेता संजय राउत को अदालत ने 8 अगस्त तक प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में भेज दिया है।
मुंबई: धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में चल रहे शिवसेना नेता संजय राउत और उनके परिवार की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। अब प्रवर्तन निदेशालय ने संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को पात्रा चॉल जमीन घोटाले में पूछताछ के लिए बुलाया है। वर्षा राउत से इससे पहले भी धनशोधन के मामले में एक बार पूछताछ हो चुकी है। तब उनके खाते में 55 लाख रुपये ट्रांसफर किए जाने के संबंध में पूछताछ हुई थी।
उधर शिवसेना नेता संजय राउत को अदालत ने 8 अगस्त तक प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में भेज दिया है। बुधवार को अदालत में पेशी के दौरान संजय राउत ने आरोप लगाया था कि हिरासत के दौरान ईडी ने उन्हें एक ऐसे कमरे में रखा है, जिसमें न खिड़की है और न हवा आने-जाने की जगह। ऐसे में उन्हें सांस लेने में मुश्किल होती है।
संजय राउत पर पात्रा चॉल मामले में लग रहे धनशोधन के आरोपों पर उनके भाई सुनील राउत का भी बयान आया है। सुनील राउत ने कहा है कि संजय राउत द्वारा किए गए सभी लेनदेन वैध हैं। सुनील राउत ने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। संजय राउत बालासाहेब ठाकरे के सच्चे शिवसैनिक हैं, वे कभी कोई भ्रष्टाचार नहीं करेंगे। बीजेपी उनसे डरती है।
इस बीच संजय राउत पर ईडी की कार्रवाई के लिए भाजपा पर राजनीतिक दुश्मनी निकालने के आरोपों पर महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस का भी बयान आया है। फड़नवीस ने कहा, “मैं यह मानना चाहता हूं कि जब कोई केंद्रीय एजेंसी कोई कार्रवाई करती है, तो उसके पास कुछ सबूत होते हैं। मामला अदालत में लड़ा जाएगा और अदालत ही इसका फैसला करेगी। मैं इस मामले में अधिक टिप्पणी नहीं कर सकता।"
भाजपा के एक अन्य नेता और विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने कहा, “आप अपने कृत्यों की कीमत चुकाते हैं। यदि हम पिछले कई वर्षों में संजय राउत के आचरण को देखें, तो हम देख सकते हैं कि उन्होंने अपनी छवि लोगों का ध्यान खींचने वाली बना ली। वह एक व्यक्ति नहीं बल्कि पार्टी की तरह बन गए थे और व्यवहार कर रहे थे। हर दिन वह अपने प्रतिद्वंद्वियों या व्यक्तियों पर सबसे अपमानजनक शब्दों में प्रहार करने के लिए एक एजेंडा निर्धारित करते थे।"