बिहार में सामने आया पुलिस का शर्मनाक चेहरा, सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों से मिलकर पीड़िता का जलवाया शव
By एस पी सिन्हा | Published: February 6, 2021 07:27 PM2021-02-06T19:27:45+5:302021-02-06T19:29:45+5:30
ढाका डीएसपी को दिए गए आवेदन के मुताबिक जिस घर में मृतका और उसका परिवार रहता था, उसी के मकान मालिक और कुछ दबंग लोगों ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया।
पटना,6 फरवरी। बिहार में महिलाओं के साथ आपराधिक घटनाएं काफी तेजी से बढ़ रही हैं। इसी कड़ी में मोतिहारी जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने पुलिस विभाग को भी शर्मसार कर दिया है। यहां दबंगों ने पहले 12 साल की लड़की से सामूहिक दुष्कर्म किया फिर साक्ष्य छुपाने के लिए उसकी हत्या कर दी। इसके बाद दबंगों ने थानेदार को सेट कर लिया और गड्डी के लालच में थानेदार ने बच्ची की लाश को जबरन जलवा दिया। यह मामला पूर्वीचंपारण के कुंड़वा चैनपुर का है
प्राप्त जानकारी के अनुसार 12 साल की नेपाली बच्ची के साथ दबंगों ने सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया, इसके बाद भी दबंगों का मन नहीं भरा तो उसकी हत्या कर दी। दरअसल, यह पूरा मामला 21 जनवरी 2020 की है। नेपाल के गौरे का एक मजदूर कुंडवा चैनपुर स्थित सियाराम साह के मकान में परिवार के साथ भाडे पर रहता था। वह बाजार में घूम-घूम कर चाय बेचने का काम और रात में चौकीदारी का काम करता था। 7 सालों से वह उसी बाजार में अपना भरण-पोषण करता था।
21 जनवरी को जब उसकी बेटी घर में अकेली थी। इसी बीच विनय साह, दीपक कुमार साह, देवेंद्र कुमार साह और अवध किशोर साह ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और फिर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद दुष्कर्मियों ने पुलिस को मिला लिया। कुंडवा चैनपुर थानेदार ने मामले को रफा-दफा करने की सुपारी ले ली। इसके बाद पीडित परिवार को धमकी देकर आनन-फानन में लाश जलवा दिया।
थानेदार ने जबरन कागज पर लिखवा लिया कि ठंढ से बच्ची की मौत हुई है। जब नेपाल से उसके परिजन आये और कहा कि बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या की गई है। इसी बीच थानेदार और दबंगों के बीच बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया। इसके बाद मामले का खुलासा हुआ। फिर 3 फरवरी को इस मामले केस दर्ज हुआ। यह ऑडियो सामने आने के बाद मोतिहारी एसपी नवीनचंद्र झा ने कुंडवा चैनपुर थानेदार को निलंबित कर दिया है।
इस घटना को अंजाम तब दिया गया जब मृतका की मां नेपाल गई हुई थी और उसके पिता चाय बेचने गए थे। आनन-फानन में उसके पिता अपनी बेटी को लेकर हॉस्पिटल पहुंचे लेकिन तब तक मासूम बच्ची ने दम तोड दिया। बच्ची की मौत के बाद लक्ष्मी साह का बेटा जयप्रकाश साह (40) ने कहा कि बच्ची की शव को जला दो। उसने 45 लोगों के साथ मिलकर धमकी दी कि बच्ची के शव को जला दो वरना तुम्हें और तुम्हारे बेटे को भी जान से मारकर दोनों की लाश को नेपाल इलाके में फेंक देंगे।
जयप्रकाश की धमकी के बाद हरकिशोर, दीपक, मिलन, विजयम अजय, रमेश और सुनील ने मिलकर बच्ची की लाश को जलाने की जिद की और धमकी दी कि किसी को बताना नहीं कि तुम्हारी बेटी की किस तरीके से हत्या की गई है। इस दौरान एक अन्य शख्स अवनीश कुमार (25) ने सादे कागज पर मृतक बच्ची के पिता के अंगूठे का निशान ले लिया और धमका कर कहा कि वह कुंडवा चैनपुर थाना का स्टाफ है।
इसके बाद इन सभी ने मिलकर 12 बजे आधी रात को परसा रोड में पोखर और पुलिया के समीप जला दिया और फिर वहां लाश पर नमक और चीनी डाल दिया, जिससे साबुत मिट जाये। मृतका की लाश को जलाने के बाद इन लोगों ने बाप-बेटे को किराये के मकान से निकाल दिया और फिर कहा कि भारत में वापस आओगे तो तुमलोगों की हत्या कर दी जाएगी। फिर जैसे-तैसे हिम्मत जुटाकर पीड़ित परिवार ने ढाका डीएसपी को इस घटना की जानकारी दी।
इस बीच मोतिहारी एसपी नवीन चन्द्र झा को कुंडवा चैनपुर के थानेदार संजीव कुमार की एक रिकार्डिंग हाथ लगी, जिसमें वह दरिंदों से बात करता हुआ सुनाई दे रहा है। लडकी की हत्या के बाद उसकी शव को जलाने और साबुत को नष्ट करने की पूरी साजिश इसी थानेदार संजीव कुमार ने फोन पर रची। मामले का खुलासा होते ही पूरे पुलिस विभाग का सिर शर्म से झुक गया।
कॉल रिकॉर्डिंग में थानेदार संजीव कुमार सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता की मौत को ठंड से मौत साबित करने की बात कर रहा है और यह कहते हुए भी सुनाई दे रहा है कि जिले के किसी भी सीनियर पुलिस अफसर को इस बात की भनक नहीं लगनी चाहिए। वरीय पुलिस अधिकारियों को सुबह में बताया जायेगा कि बच्ची की ठंड से मौत हुई है। इस मामले में मोतिहारी एसपी ने मृतका के परिजनों की ओर से दिए गए आवेदन को आधार मानकर फौरन प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। उन्होंने पीडिता के परिवार को न्याय दिलाने की बात कही है।