DSSSB exam: परीक्षा पास करने वाली तीन महिलाएं अरेस्ट, दूसरे उम्मीदवार ने दिया पेपर, दो-दो लाख रुपये का भुगतान, जानिए मामला
By भाषा | Published: October 14, 2020 08:41 PM2020-10-14T20:41:05+5:302020-10-14T20:41:05+5:30
डीएसएसएसबी की ऑनलाइन परीक्षाः अपराध शाखा द्वारा सोमवार को गिरफ्तार की गयी महिलाओं ने एक लड़की की तस्वीर साझा की जिसने कई बार परीक्षा आयोजकों को चकमा दिया और करीब दो साल से फरार है।
नई दिल्लीः पुलिस ने तीन ऐसी महिलाओं को गिरफ्तार किया है जिन्होंने 2018 में दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (डीएसएसएसबी) की ऑनलाइन परीक्षा में अपने स्थान पर एक अन्य महिला द्वारा कथित तौर पर परीक्षा दिलवाई। वह परीक्षा प्राथमिक शिक्षक पद के लिए हुयी थी और इसमें तीनों महिलाएं ‘पास’ हुयी थी।
अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि तीनों महिलाओं के बदले परीक्षा में शामिल होने वाली महिला का अभी पता नहीं लगा है और उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। अपराध शाखा द्वारा सोमवार को गिरफ्तार की गयी महिलाओं ने एक लड़की की तस्वीर साझा की जिसने कई बार परीक्षा आयोजकों को चकमा दिया और करीब दो साल से फरार है।
पुलिस उपायुक्त (अपराध) भीष्म सिंह ने कहा कि तीनों महिलाओं ने पुलिस को बताया कि 2018 में पंजाबी बाग में अपने कोचिंग सेंटरों के पास उनकी उस लड़की से अलग अलग मुलाकात हुयी थी। उस लड़की ने परीक्षा में उनके स्थान पर दूसरे उम्मीदवार के बैठने की (प्रॉक्सी) व्यवस्था करने की पेशकश की और हर परीक्षा के लिए पांच लाख रुपये की मांग की। सिंह ने कहा कि तीनों महिलाओं ने अग्रिम के तौर पर दो दो लाख रुपये का भुगतान किया और शेष राशि का भुगतान चयन के बाद करना था।
पुलिस ने बताया कि सहायक शिक्षक (प्राथमिक) पदों के लिए परीक्षाएं अक्टूबर और नवंबर 2018 के बीच कई दिन आयोजित की गयी थीं जिनमें कुल 71,912 उम्मीदवार शामिल हुए। परीक्षा केंद्र पर उम्मीदवारों को अपने एडमिट कार्ड का दूसरा पृष्ठ सौंपना होता था जिसमें उम्मीदवार की पहचान के लिए पोस्टकार्ड आकार की हालिया तस्वीर लगानी होती थी। जांच के दौरान डीएसएसएसबी को पता लगा कि चार महिला उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड पर एक ही उम्मीदवार की तस्वीर थी।
इससे यह स्पष्ट हो गया कि एक ही महिला सभी चार उम्मीदवारों के लिए परीक्षा में शामिल हुयी थी। परीक्षा नियंत्रक अनिल कुमार सिंह ने तब पुलिस को मामले की सूचना दी और दिसंबर 2018 में पहली गिरफ्तारी हुयी। अधिकारियों ने बताया कि तीनों महिलाओं का चयन रद्द कर दिया गया है और उनके डीएसएसएसबी द्वारा आयोजित सभी परीक्षाओं में शामिल होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।