नई दिल्ली, 20 मार्चः जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज के प्रोफेसर अतुल जौहरी को छात्राओं के यौन उत्पीड़न मामले में मंगलवार को गिफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद अतुल जौहरी को पटियाला हाउस अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जमानत दे दी गई। जौहरी के वकील ने उनकी जमानत की अर्जी दी। इस दौरान जौहरी ने कहा है कि मुझे जेल भेजने से मेरा करियर खराब हो जाएगा।
प्रोफेसर अतुल जौहरी पर छात्राओं को छेड़ने का आरोप लगा है। इस संबंध में पुलिस ने केस दर्ज किया था और पुलिस मामले की जांच में जुट हुई थी। उन पर आरोप है कि वह कक्षा में पढ़ाते समय अश्लील बातें और छात्राओं के साथ छेड़खानी करते थे। इसको लेकर पिछले कई दिनों से छात्राएं प्रदर्शन करती आ रही हैं।
प्रोफेसर से परेशान छात्राओं ने वसंत कुंज नार्थ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई थी और पुलिस ने अतुल के खिलाफ आईपीसी की धारा 354 और 509 के साथ केस दर्ज किया था।
आरोपी प्रोफेसर यूनिवर्सिटी के दो प्रशासनिक पदों से नैतिक आधार पर इस्तीफा दे चुका है। ये पद मानव संसाधन विकास केंद्र (एचआरडीसी) और इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल (आईक्यूएसी) थे।
इधर, सोमवार देर रात डीन के ऑफिस में हंगामा मचाने के मामले में कई छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। ये एफआईआर प्रोफेसर उमेश अशोक कदम ने दर्ज करवाई। उनका कहना था कि छात्र जबरदस्ती उनके दफ्तर में घुस आए थे। कहा ये भी जा रहा है कि प्रदर्शन करने वाले इन छात्रों ने डीन को बंधक बनाया और दुर्व्यहार भी किया था। जिस कारण से इस एफआईआर में गीता समेत कुल 17 छात्रों के नाम हैं।