बुराड़ी कांड: इस तकनीक के जरिए ललित के दिमाग से सच उगलवाएगी दिल्ली क्राइम ब्रांच
By भारती द्विवेदी | Published: July 7, 2018 10:52 PM2018-07-07T22:52:18+5:302018-07-07T22:52:18+5:30
साइकोलॉजिकल अटॉप्सी विधि के जरिए आत्महत्या करने वाले शख्स से जुड़ी हर बात का अध्ययन किया जएगा और उसकी पर्सनालिटी को समझने की कोशिश की जाएगी।
नई दिल्ली, 7 जुलाई: दिल्ली के बुराड़ी इलाके में 30 जून को एक ही परिवार के 11 लोगों की सुसाइड ने देशभर को चौंका दिया है। इस केस को लेकर हर रोज कोई ना कोई नया खुलासा हो रहा है। इस सुसाइड केस का जिम्मा दिल्ली क्राइम ब्रांच के हवाला है। वो हर एक पहलू पर जांच कर रही है। दिल्ली क्राइम ब्रांच आत्महत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए अब साइकोलॉजिकल अटॉप्सी का सहारा लेगी। इस तकनीक की मदद से वो ललित के दिमाग को समझने की कोशिश करेंगे।
बुराड़ी कांड को नया मोड़ देने वाली कौन हैं तांत्रिक ‘गीता’, पुलिस ने की पूछताछ
बुराड़ी केस: कभी आसाराम का भक्त हुआ करता था ललित भाटिया का पूरा परिवार
साइकोलॉजिकल अटॉप्सी विधि के जरिए आत्महत्या करने वाले शख्स से जुड़ी हर बात का अध्ययन किया जएगा और उसकी पर्सनालिटी को समझने की कोशिश की जाएगी। जैसे की सुसाइड से पहले या आस-पास व्यक्ति का व्यवहार कैसा था। उसके दिेमाग में क्या चल रहा था। परिवार के सदस्यों के साथ और दूसरे के साथ व्यवहार कैसा था। विशेषज्ञों के मुताबिक, साइकोलॉजिकल अटॉप्सी आत्महत्या के मामलों में काफी मददगार साबित होती है।
बुराड़ी कांड: भाटिया परिवार ने मरने से पहले इस शख्स को किया था फोन, कॉल रिकॉर्ड में बड़ा खुलासा
बुराड़ी कांड में नया ट्विस्ट, नहीं था सुसाइड का प्लान, ललित के भाई ने की थी फंदा छुड़ाने की कोशिश
बता दें कि एक जुलाई की सुबह दिल्ली पुलिस को एक फोन कॉल के जरिए इस घटना की सूचना मिली थी। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो संदिग्ध अवस्था में 11 लोगों के शव फंदे से लटके हुए मिले थे। शव बरमाद करने के बाद पुलिस ने बताया था कि दस शव फंदे से लटके थे और सभी की आंखों पर पट्टी बंधी हुई थी, जबकि घर की मुखिया 75 वर्षीय नारायणा देवी का शव जमीन पर पड़ा हुआ था। बरामद किए गए शवों में दो भाई और उनकी पत्नियां थीं। इसके अलावा दो नाबालिग लड़के, एक बुजुर्ग मां और बहनें थीं।
लोकमत न्यूज के लेटेस्ट यूट्यूब वीडियो और स्पेशल पैकेज के लिए यहाँ क्लिक कर सब्सक्राइब करें!