10 वर्षीय बच्चे को शिक्षक ने फावड़े से पीटा और सरकारी स्कूल की बालकनी से धक्का दिया, मौत
By सतीश कुमार सिंह | Updated: December 20, 2022 10:37 IST2022-12-19T19:20:49+5:302022-12-20T10:37:22+5:30
गडक जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शिवप्रकाश देवराजू ने संवाददाताओं को बताया कि इसका कारण पारिवारिक विवाद हो सकता है।

मुथप्पा ने भरत की मां गीता बार्कर की भी पिटाई की थी, जो स्कूल में एक शिक्षिका भी हैं।
बेंगलुरु: कर्नाटक में आज एक 10 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। शिक्षक ने उसे पीटा और सरकारी स्कूल की पहली मंजिल की बालकनी से धक्का दे दिया। पुलिस ने कहा कि शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। राज्य के उत्तरी हिस्से में हगली गांव के आदर्श प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक मुथप्पा ने लड़के भरत को फावड़े से पीटा।
कर्नाटक में गदग जिले के एक गांव में सोमवार को एक संविदा शिक्षक ने चौथी कक्षा के छात्र की कथित तौर पर लोहे की रॉड से पीट-पीटकर हत्या कर दी। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि आरोपी शिक्षक ने छात्र की मां को भी बुरी तरह घायल कर दिया, जो इसी स्कूल में शिक्षिका है।
पुलिस के अनुसार, यह घटना नरगुंड तालुक के हदली गांव में हुई, जहां मुथप्पा हडगली ने कथित तौर पर 10 वर्षीय भरत पर लोहे की रॉड से हमला किया और फिर, उसने बच्चे को इमारत की पहली मंजिल से फेंक दिया। पुलिस ने कहा कि आरोपी शिक्षक ने भरत की मां गीता बाराकेरा को भी पीटा, जो स्कूल में एक संविदा शिक्षिका है और अपने बेटे को बचाने गई थी।
उन्होंने कहा कि आरोपी शिक्षक ने बीच-बचाव का प्रयास करने वाले अन्य शिक्षक एन. पाटिल के साथ भी मारपीट की। दोनों घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस का कहना है कि घटना के पीछे की वजहों का पता नहीं चल सका है। आरोपी घटना के बाद मौके से फरार हो गया।
भरत चौथी कक्षा का छात्र था। गडक जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शिवप्रकाश देवराजू ने संवाददाताओं को बताया कि इसका कारण पारिवारिक विवाद हो सकता है। मुथप्पा ने भरत की मां गीता बार्कर की भी पिटाई की थी, जो स्कूल में एक शिक्षिका भी हैं। उसका इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है।
वह व्यक्ति, जो संविदा कर्मचारी था वर्तमान में लापता है। पिछले हफ्ते दिल्ली के एक स्कूल से ऐसी ही एक घटना सामने आई थी। शिक्षिका ने गुस्से में आकर पांचवीं कक्षा की एक छात्रा पर कैंची से हमला कर सरकारी स्कूल की पहली मंजिल से फेंक दिया था।