बुलंदशहर हिंसा: मारे गये इंसपेक्टर की भूमिका की जांच की जानी चाहिए
By भाषा | Published: December 8, 2018 12:09 AM2018-12-08T00:09:19+5:302018-12-08T00:09:19+5:30
विहिप के मेरठ क्षेत्र के मंत्री सुदर्शन चक्र ने आरोप लगाया कि सुबोध सिंह प्राथमिकी दर्ज नहीं करते थे और लोगों की बात नहीं सुनते थे।
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक नेता ने शुक्रवार को कहा कि लोकतंत्र में हत्या के लिए कोई जगह नहीं है लेकिन बुलंदशहर में कथित गोहत्या को लेकर भीड़ की हिंसा में मारे गये पुलिस इंसपेक्टर की भूमिका भी जांच की जानी चाहिए।
विहिप के मेरठ क्षेत्र के मंत्री सुदर्शन चक्र ने आरोप लगाया कि सुबोध सिंह प्राथमिकी दर्ज नहीं करते थे और लोगों की बात नहीं सुनते थे। उन्होंने सवाल किया कि हिंसा के दौरान उनके सहयोगियों ने उन्हें अकेला क्यों छोड़ दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘विहिप ने स्पष्ट कहा है कि लोकतंत्र में हत्या के लिए कोई जगह नहीं है और उसने उनकी हत्या पर शोक प्रकट किया लेकिन बतौर पुलिस अधिकारी उनकी भूमिका भी जांच की जानी चाहिए।’’
चक्र अयोध्या में राममंदिर के शीघ्र निर्माण के लिए नौ दिसंबर को दिल्ली में विहिप की प्रस्तावित रैली के संबंध में यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
विहिप नेता ने कहा कि यदि गोहत्या नहीं होती तो यह घटना भी नहीं घटती। उन्होंने कहा, ‘‘समाज गायों की हत्या बर्दाश्त नहीं करेगा। उसे नहीं होने दें, तो लोगों में नाराजगी भी नहीं होगी, बुलंदशहर में उसकी प्रतिच्छाया नजर आयी। ’’
उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके कार्यकर्ताओं पर विश्वास करने का अनुरोध किया और दावा किया कि वैसे तो बूचड़खानों पर पाबंदी है लेकिन वे चल ही रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस इसे चलने दे रही है और गायों की हत्या होने दे रही है जिसकी वजह से तनाव बढ़ रहा है।’’
चक्र ने कहा कि यह गलत है कि एक इंसपेक्टर की हत्या कर दी गयी लेकिन समान रुप से यह भी गलत है कि एक गौ पूजक-- सुमित कुमार हिंसा में मारा गया।