उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हुई हिंसा के दौरान शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की पत्नी सामने आई हैं। उन्होंने कहा 'मेरे पति ने पूरी ईमानदारी से अपना काम करते थे और अपनी सभी जिम्मेदारी बखूबी निभाते थे। 'उन्होंने आगे कहा 'यह कोई पहली घटना नहीं है इससे पहले भी उन्हें दो बार गोली लग चुकी है। लेकिन अब कोई भी उन्हें कोई न्याय नहीं दे रहा है। न्याय केवल तभी मिल सकता है जब उनके हत्यारों को मौत की सजा हो।
वहीं, इंस्पेक्टर सुबोध के बेटे अभिषेक ने कहा कि उनके पिता की जान हिंदू-मुस्लिम विवाद को लेकर गई है। अभिषेक ने कहा 'मेरे पिता चाहते थे कि मैं एक अच्छा नागरिक बनूं जो धर्म के नाम पर समाज में हिंसा को ना बढ़ाए।आज के पिता की जान इन्ही विवादों को लेकर हुई है।' अभिषेक ने सवाल करते हुए आगे कहा 'कल किसके पिता की जान जाएगी।
बता दें कि बुलंदशहर के स्याना गांव में सोमवार को गौहत्या की अफवाह के बाद फैली हिंसा और एक पुलिस अधिकारी के मारे जाने के मामले में अब तक 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार ने मंगलवार को बताया कि बुलंदशहर हिंसा के मामले में 4 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है। घटना के शेष नामजद और अज्ञात अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए दबिशें जी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल घटनास्थल वाले क्षेत्र में पूरी तरह शांति है। हालांकि एहतियात के तौर पर वहां पर अतिरिक्त पुलिस तैनात किया गया है।
उन्होंने बताया कि हिंसा की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। इस जांच में यह पता लगाया जाएगा कि हिंसा क्यों हुई और क्यों पुलिस अधिकारी इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को अकेला छोड़कर भाग गए। इस मामले में पुलिस ने कुल 27 नामजद और 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। बताया जाता है कि एक आरोपी योगेश राज बजरंग दल का जिला संयोजक है।