बिहार में लगता है कि पुलिस का इकबाल खत्म सा हो गया है, शायद यही कारण है कि यहां व्यापारी से लेकर आम लोग भी खुद को असुरक्षित महसूस करने लगे हैं. हलात ये हो गये हैं कि अपराधियों के खौफजदा व्यापारी इन दिनों अपनी सुरक्षा के लिए इसी मिर्च पाउडर और लाठी-डंडों और त्रिशुल के भरोसे अपनी दुकानदारी चलाने को विवश हो गये हैं.
राजधानी पटना से सटे बिक्रम में दुकानदारों को अब पुलिस पर भरोसा नहीं रहा. यही कारण है कि दुकानदार अपने दुकान में रंगदारों से निपटने के लिए मिर्च का पाउडर, एक डंडा और छोटा त्रिशूल रखने लगे हैं, ताकि अपनी सुरक्षा के लिए इसका उपयोग वो विशेष परिस्थितियों में कर सकें.
बताया जा रहा है कि बिक्रम बाजार में रंगदारों का कहर है. आये दिन सड़कों पर दिनदहाड़े बाइक सवार बदमाश हथियार लहराते हुए फायरिंग कर चले जाते है. ये बदमाश दुकानदारों से रंगदारी मांगते हैं और दुकानदार जब रंगदारी देने से आना कानी करता है तो दुकान के सामने ही या तो गोली चलाते है या फिर उसे गोली मार देते हैं. ये हालात सिर्फ बिक्रम के ही नहीं हैं बल्कि सटे नौबतपुर और बिहटा में भी हैं.
पिछले महीने रंगदारी नहीं देने के कारण बदमाशो ने दिनदहाड़े एक किराना दुकानदार की दुकान में घुस कर गोली मारकर हत्या कर दी थी. जबकि रंगदारी की सूचना व्यवसायी पुलिस को पहले ही दे चुका था और यह भी कहा था कि किस वक्त रंगदार उनसे उनके दुकान पर रंगदारी लेने आएंगे. लेकिन पुलिसिया खौफ को धत्ता बताते हुए अपराधी आराम से गोली मारकर चलते बने.
प्राप्त जानकारी के अनुसार रंगदारों से से निबटने के लिए यहां के व्यवसायी अपनी दुकानों मे मिर्ची पाउडर, डंडा लेकर बैठते हैं. सभी दुकान के पास एक पोस्टर लगाया गया है, जिसपर पटना एसएसपी का मोबाइल नंबर भी लिखा है. व्यवसायी कहते हैं कि अब अपनी सुरक्षा अपने बूते करेंगे क्योंकि यहां की पुलिस हमारी जान नहीं बचा सकती है. दुकानदार संतोष साह की पत्नी रेखा देवी ने कहा कि कुछ दिन पहले दुकान पर रंगदार आये और रंगदारी नहीं देने पर सुबह के समय ही मेरे पति की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. अब यह दुकान उनका छोटा बेटा चला रहा है. जिस हाथ में कलम होना चाहिए था, उस हाथ में बटखरा है.
रंगदारों के इस भय के माहौल से निबटने के लिए बिक्रम के दुकानदारों ने एक सामाजिक संगठन बनाया है. जिसमे जिसमें यह निर्णय लिया गया कि अगर बाजार में रंगदार दिखता है या रंगदारी मांगता है तो उसे लाठी डंडे से खदेड़ दिया जाए न कि पुलिस के भरोसे रहा जाए.
इधर, पालीगंज डीएसपी मनोज कुमार पांडेय यह दावा करते हैं कि अब यहां से रंगदारों का खौफ खत्म हो चुका है. लगभग एक दर्जन रंगदारों को पुलिस ने हथियार सहित गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है. बिक्रम बाजार में अलग से पुलिस की नियुक्ति की गई जो सिर्फ बाजार पर नजर रखेगी. क्विक रिस्पांस टीम भी गठित की गई है. यहां बाप जी गैंग के अपराधी सक्रिय हैं जिसे पुलिस लगभग समाप्त कर चुकी है. वैसे पुलिस लाख दावा कर ले, लेकिन अपराधी पुलिस को खुली चुनौती दे रहे हैं नतीजन खौफजदा अपराधी अपनी सुरक्षा खुद कर रहे हैं.