Bihar Police Constable Exam Cancelled: हर तरफ चौकसी और सुरक्षा की जिम्मेवारी लेने के लिए सिपाही बहाल करने जा रही बिहार पुलिस अपने ही सुरक्षा में चारों खाने चीत हो गई है। सिपाही भर्ती परीक्षा में ही फर्जीवाड़ा का मामला सामने आने के बाद उसे रद्द कर दिया गया है। एक साल पहले बीपीएससी परीक्षा पेपर लीक घटना हुई थी।
जिसके कारण देश भर बिहार सरकार की जमकर आलोचना हुई थी। अब एक बार फिर से वैसी ही घटना की पुनरावृत्ति हो गई है। बताया जा रहा है कि परीक्षा के दौरान जिस तरह से बड़ी संख्या में सॉल्वर पकड़े गए थे। उसके बाद इस परीक्षा के कदाचार मुक्त होने को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे। ऐसे में अब केंद्रीय चयन परिषद ने परीक्षा को ही रद्द कर दिया है।
अब इस पूरे मामले की जांच ईओयू को सौंप दी गई है। परीक्षा रद्द होने का नोटिफिकेशन भी केंद्रीय चयन परिषद ने जारी कर दिया गया है। एक अक्टूबर को हुई दोनों पालियों की परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया है। इसके साथ उन्होंने यह भी बताया कि इस संबंध में 7 अक्टूबर और 15 अक्टूबर को होने वाली परीक्षा को भी स्थगित कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि दो पाली में हुए लिखित परीक्षा में भारी संख्या में अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। इस दौरान दोनों पाली में काफी संख्या में नकल करते हुए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस एवं चीट पुर्जों के साथ राज्य के विभिन्न जिलों में अभ्यर्थी गिरफ्तार हुए थे।
इसके अतिरिक्त अन्य स्रोतों से भी ऐसी जानकारी प्राप्त हुई थी कि परीक्षा के प्रश्नों के तथाकथित उत्तर सादे पन्नों पर मात्र सीरियल नंबर के सामने उत्तर लिखकर मोबाईल एवं अन्य तरीकों से कतिपय अभ्यर्थियों द्वारा प्राप्त कर लिये गये हैं। विभिन्न परीक्षा केंद्रों में काफी संख्या में अभ्यर्थियों द्वारा इन उत्तरों की नकल करते हुए और चीट पूर्जा के साथ पकड़े गये थे।
इन सभी अभ्यार्थियों के विरुद्ध कांड दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल पूरे मामले की जांच चल रही है। वर्तमान में ये सभी मामले अनुसंधान अंतर्गत है, लेकिन दिनांक 2 अक्टूबर के अपराह्न उपरांत ऐसे मामलों के संबंध में और अधिक जानकारियां प्राप्त हुई।
इन जानकारियों के विश्लेषण उपरांत पाया गया कि इस प्रकार के क्रियाकलाप प्रथम दृष्टया सुनियोजित ढंग से संगठित गिरोह द्वारा किया गया प्रतीत होता है। अनुसंधान के क्रम में इस तरह के और मामले प्रकाश में आने की प्रबल संभावना है। इन क्रियाकलापों के कारण पर्षद की लिखित परीक्षा की प्रक्रिया दूषित हुई है।