पटना:बिहार लोक सेवा आयोग की 67वीं संयुक्त परीक्षा के कथित पर्चा लीक मामले में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने रक्षा लेखा महानियंत्रक (सीजीडीए) के एक क्लर्क को गिरफ्तार किया है। बिहार पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए लोक सेवक की पहचान उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में सीजीडीए में तैनात लोअर डिवीजन क्लर्क कपिल कुमार के तौर पर हुई है।
इस गिरफ्तारी के संबंध में ईओयू की ओर से रविवार को जारी बयान में कहा गया है कि सीजीडीए क्लर्क कपिल कुमार को ईओयू ने झारखंड पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में बोकारो से गिरफ्तार किया है। बिहार पुलिस का आरोप है कि कपिल कुमार गया के डेल्हा इलाके के राम शरण सिंह इवनिंग कॉलेज के गिरफ्तार किये गये केंद्र अधीक्षक शक्ति कुमार का बेहद नजदीकी सहयोगी था।
बिहार पुलिस ने शक्ति कुमार को बीते 23 जून को बीपीएससी परीक्षा शुरू होने से पहले प्रश्न पत्रों के एक सेट की स्कैन की हुई कॉपी को बांटने के आरोप में गिरफ्तार किया था। बिहार पुलिस ने बताया कि ईओयू को जांच में पता चला कि सीजीडीए के क्लर्क कपिल कुमार ने शक्ति कुमार से प्रश्न पत्र प्राप्त करने के बाद उन्हें आगे अग्रसारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस मामले में बिहार पुलिस के द्वारा अब तक गिरफ्तार किए गए 18 लोगों में सात आरोपी सरकारी सेवा के बताये जा रहे हैं।
मालूम हो कि बीते 8 मई को बिहार सरकार की ओर से आयोजित बीपीएससी 67वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगी परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने की सूचना मिलने के बाद बिहार समेत पूरे देश में बहुत बवाल हुई था। इस मामले में तब विपक्ष की भूमिका निभा रहे राष्ट्रीय जनता दल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जदयू-भाजपा गठबंधन को काफी खरीखोटी सुनाई थी और बीपीएससी पेपर लीक को तत्कालीन राज्य सरकार के भ्रष्टाचार का चरमोत्कर्ष बताया था।
वहीं दूसरी ओर मामले में फौरन एक्शन लेते हुए तत्कालीन गठबंधन सरकार के मुखिया नीतीश कुमार ने मामले में बिहार पुलिस को सख्ती से जांच के आदेश दिये थे। जिसके बाद बिहार पुलिस की ईओयू शाखा ने मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए कई जगहों पर छापेमारी की और कई लोगों को हिरासत में लिया था। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)