बिहार: नीतीश के सुशासन पर फिर लगा धब्बा, अपराधियों ने अधिकारी को किया अगवा, उसी की कार में घुमाते रहे घंटों, जानिए पूरा किस्सा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 19, 2023 11:08 AM2023-12-19T11:08:51+5:302023-12-19T11:16:39+5:30
बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन के दावे की उस वक्त कलई खुल गई, जब अपराधियों ने बीते शनिवार की देर रात शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का अपहरण कर लिया।
पटना: बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन के दावे की उस वक्त कलई खुल गई, जब अपराधियों ने बीते शनिवार की देर रात शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का अपहरण कर लिया। इतना ही नहीं इसे अपराधियों का दुस्साहस ही कहेंगे कि उन्होंने अधिकारी को अगवा करने के बाद उसे दो घंटे तक कार में बैठाकर घुमाया लेकिन इस वारदात की किसी को भनक तक नहीं लगी।
समाचार वेबसाइट एनडीटीवी के अनुसार अपहरणकर्ताओं ने अगवा करने के बाद अधिकारी को जान से मारने की धमकी दी और उसके एटीएम कार्ड का पिन पूछा। लेकिन राहत की बात यह हुई कि उसी दौरान अपहरणकर्ता ने वाहन से नियंत्रण खो दिया और उनकी गाड़ी सीधे नाले में जा गिरी। उस वक्त अधिकारी ने मौका भांपा और भागकर अपनी जान बचाई।
जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग के उस अधिकारी के अपहरण की यह घटना वैशाली जिले की है। अपहर्ताओं के चंगुल से भागे अधिकारी ने फौरन पुलिस को इत्तला दी और उसके बाद पुलिस ने उसे बचा लिया। अपहरण के इस खौफनाक वारदात को झेलने वाले अधिकारी का नाम उदय कुमार उज्जवल है और वो वर्तमान में वैशाली जिले में राज्य शिक्षा विभाग के कार्यक्रम समन्वयक के पद पर तैनात हैं। घटना के वक्त उदय रात में हाजीपुर से अपने पटना स्थित आवास पर जा रहे थे।
उदय कुमार की ओर से दर्ज कराई गई प्राथमिकी में बताया गया है कि वो कार द्वारा सोनपुर के पास हाजीपुर-छपरा राजमार्ग से गुजर रहे थे, तभी बाइक सवार छह लोगों ने उन्हें रोका। उन्होंने अधिकारी उदय के ड्राइवर की पिटाई की और उसे वाहन से बाहर फेंक दिया और मय कार अधिकारी को लेकर फरार हो गए।
एफआईआर में कहा गया है कि अपहरणकर्ताओं ने उदय को छोड़ने के लिए 5 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। अपहरण के दौरान अपराधी उन्हें इधर-उधर घुमाते रहे और उससे उनके एटीएम कार्ड का पिन पूछा ताकि वे उनके खाते से पैसे निकाल सकें। लेकिन तभी एक समय अपहरणकर्ता गाड़ी चलाते हुए उस पर से अपना नियंत्रण खो बैठे और उसके परिणामस्वरूप उनकी गाड़ी नाले में चली गई। इस कारण से अधिकारी को मौके मिला और वो सुरक्षित भागने में कामयाब रहे।
इस संबंध में सारण के पुलिस प्रमुख गौरव मंगला ने कहा कि घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने फौरन एक्शन लिया और अपहृत व्यक्ति को सकुशल बचा लिया और साथ ही उसका वाहन भी बरामद कर लिया। हम अपराधियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश कर रहे हैं।"
वहीं वैशाली के उपमंडलीय पुलिस अधिकारी ओम प्रकाश ने कहा कि अधिकारी उदय के ड्राइवर ने ही पुलिस को उनके अपहरण की सूचना दी थी। उन्होंने कहा, "वह यहां शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी हैं। हम ऑपरेशन में सोनपुर पुलिस के साथ शामिल हुए। एफआईआर में कहा गया है कि अपहरणकर्ताओं ने अधिकारी से कुछ पैसे ले लिए और भागने से पहले उनके एटीएम कार्ड का पिन मांग रहे थे।"