पटना,27 जुलाई। बिहार के मुजफ्फरपुर में स्थित बालिका अल्पवास गृह यौन शोषण के मामले में पक्ष और विपक्ष के बीच जारी आरोप-प्रत्यारोपों के बीच इस मामले में नीतीश कैबिनेट में शामिल दो मंत्रियों के नाम सामने आ जाने के बाद अब यह कयास लगाये जाने लगे हैं कि ये दोनों मंत्री कभी भी अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। कारण कि विपक्ष के लगातार हमलावर रूख को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से उन्हें इशारा कर दिये जाने की चर्चा है।
यहां उल्लेखनीय है कि मुजफ्फरपुर के बालिका अल्पवास गृह में 29 लडकियों के साथ यौन शोषण का मामला अभी तूल पकडे हुए है और विपक्ष ने बिहार सरकार पर हमला करना शुरू कर दिया है।
जिसके बाद नीतीश सरकार ने पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंप दिया है। आरोप है कि नीतीश कैबिनेट में शामिल समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा बालिका गृह में आते जाते थे।
यह आरोप मुजफ्फरपुर बालिका गृह के सीपीओ रवि कुमार रोशन की पत्नी ने लगाई है। इसके बाद से ही बिहार की सियासत गर्म हो गई है और विपक्ष मंजू वर्मा का इस्तीफा मांग रहा है।
वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इशारों-इशारों में नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा पर भी हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण मामले एक स्थानीय विधायक व मंत्री का भी नाम सामने आ रहा है।
मुजफ्फरपुर मामले में नीतीश कैबिनेट में शामिल दो मंत्रियों के नाम सामने आने के बाद दोनों मीडिया के सामने आए। समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने कहा कि अगर मेरे पति पर लगा आरोप सही साबित होता है तो मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगी।
वहीं, नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने भी कहा कि आरोप सिद्ध होने के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा। लेकिन अब ऐसी चर्चा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें मंत्री पद से हट जाने के लिए इशारा कर दिया है।
ऐसे में संभावना यह व्यक्त की जाने लगी है कि ये मंत्रीगण कभी भी सत्ता से बाहर हो सकते हैं। हालांकि इसपर अभी अधिकारिक तौर पर बोलने से बचते दिख रहा है।
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