पटना:बिहार के गया जिले के डोभी थाना क्षेत्र में चोरों के आतंक से परेशान ग्रामीणों ने चोर समझ कर एक अर्द्धविक्षिप्त युवक जमकर पिटाई कर दी गई, जिससे उसकी मौत हो गई.
यह घटना बुधवार तड़के तीन बजे केशापी गांव में हुई. उसकी पहचान गुरुआ थाना क्षेत्र स्थित जगन्नाथपुर गांव के महेंद्र पासवान के 19 वर्षीय पुत्र दीपक कुमार के रूप में की गई है. वह अपने फूफा के घर डोभी प्रखंड अंतर्गत खरांटी पंचायत के लेंबोगढा गांव निवासी शंकर पासवान के घर पर कुछ दिन से रह रहा था.
प्राप्त जानकारी के अनुसार चोर समझ कर लोगों ने उसकी बेरहमी से पिटाई की, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल की स्थिति चिंताजनक होने के कारण इसकी सूचना डोभी पुलिस को दी गई.
इसके बाद पुलिस ने उसे स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र लाया. लेकिन स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टर ने उसे रेफर कर दिया. इलाज के लिए ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. इस मामले में पुलिस ने अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और पूरे मामले की जांच कर रही है.
पुलिस के मुताबिक गुरुआ थाना के जगन्नाथपुर गांव के दीपक कुमार (19) अपने फूफा के घर डोभी प्रखंड के लेंबोगढा गांव निवासी शंकर पासवान के घर पर कुछ दिन से रह रहा था. बुधवार सुबह वह अपने घर के लिए पैदल ही निकल गया और डोभी थाना के केशापी गांव पहुंच गया.
आरोप है कि यहां के लोगों ने उसे चोर समझकर जमकर पिटाई कर दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. डोभी के थाना प्रभारी राहुल रंजन ने बताया कि मानसिक रूप से कमजोर दीपक को तत्काल स्थानीय अस्पताल ले जाया जा रहा था कि रास्ते में उसकी मौत हो गई.
इस संबंध में फूफा शंकर पासवान ने स्थानीय थाने में आवेदन देकर गांव के ही लोगों पर हत्या करने का आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि युवक मानसिक रूप से विकलांग था. वह इधर-उधर घूमते रहता था. मृतक युवक के माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी है. थाना प्रभारी ने कहा कि कानून को इस तरह ग्रामीणों को हाथ में नहीं लेना चाहिए था.
उन्होंने बताया कि मृतक के फूफा के बयान के आधार पर डोभी थाना में इस मामले की एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है, जिसमें नौ लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है. उन्होंने कहा कि तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.