बिहारः लालू-राबड़ी शासनकाल में मंत्री रह चुके रामाश्रय सहनी का पुत्र मुकेश चोरी के आरोप में अरेस्ट, एसटीएफ ने दिनाजपुर से धर दबोचा
By एस पी सिन्हा | Updated: May 1, 2022 16:54 IST2022-05-01T16:53:47+5:302022-05-01T16:54:34+5:30
रामाश्रय सहनी का पुत्र मुकेश सहनी और उसके साथी को पटना एसटीएफ की टीम ने पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर के डालकोला से धर दबोचा है.

मुकेश के साथ भोजपुर के चांदी के रहने वाले सुनील कुमार को भी गिरफ्तार किया है.
पटनाः बिहार में लालू-राबड़ी के शासनकाल में मंत्री रह चुके रामाश्रय सहनी का पुत्र मुकेश सहनी चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. मुकेश सहनी ने एसटीएफ(पुलिस) की गाड़ी को ही चुरा लिया था.
ऐसे में मुकेश सहनी और उसके एक साथी को पटना एसटीएफ की टीम ने पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर के डालकोला से धर दबोचा है. अब मामले का खुलासा होने पर पूर्व मंत्री रामाश्रय सहनी ने कहा कि ऐसी हरकत करने वाले को गोली मार देनी चाहिए. उल्लेखनीय है कि पांच दिनों के ऑपरेशन के बाद एसटीएफ ने अपनी गाड़ी पश्चिम बंगाल के दालकोला से बरामद कर ली है.
मुकेश सहनी पर दानापुर के डीएसपी की गाड़ी चोरी करने का आरोप है. समस्तीपुर के मुफस्सिल थाने के लगुनिया निवासी पूर्व मंत्री के पुत्र मुकेश सहनी को पुलिस टीम अपने साथ पटना ले आई है. मुकेश गाड़ी चोरी के मामले में कई बार जेल जा चुका है. मुकेश के साथ भोजपुर के चांदी के रहने वाले सुनील कुमार को भी गिरफ्तार किया है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार एसटीएफ ने मुफस्सिल थाने से मुकेश का आपराधिक इतिहास मांगा है. हालांकि एसपी हृदयकांत ने मुकेश की गिरफ्तारी से अनभिज्ञता जताई है. रामाश्रय सहनी राजद सरकार में मंत्री थे. वह समस्तीपुर जिला राजद के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. मुकेश सहनी ने अपने साथियों के साथ 24 अप्रैल को अपने साथियों के साथ मिलकर दानापुर क्षेत्र से एसटीएफ की टाटा सूमो गोल्ड गाड़ी चुरा ली थी.
एसटीएफ की गाड़ी चोरी होते ही पुलिस महकमे में खलबली मच गई और एसटीएफ के लिए भी यह प्रतिष्ठा का सवाल बन गया. लिहाजा एसटीएफ ने उन तमाम वाहन चोरों की कुंडली खंगालनी शुरू की, जिनका पुराना रिकॉर्ड रहा है. इस दौरान बिहार, यूपी, पश्चिम बंगाल, झारखंड सहित कई राज्यों के अलावा नेपाल तक एसटीएफ ने अपना नेटवर्क खोल दिया.
बताया जाता है कि इन लोगों ने 60 हजार में गाड़ी को बेचने का सौदा भी कर चुका था. कहा जा रहा है कि वह हर हफ्ते एक गाड़ी चोरी कर वहां बेचने जाता था. ऐसे में वाहन चोरी के बडे़ नेटवर्क का खुलासा हो सकता है. उधर पूर्व मंत्री रामाश्रय सहनी ने अपने बेटे मुकेश सहनी की गिरफ्तारी पर कहा है कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है और अपने बेटे से वह सभी रिश्ते खत्म कर चुके हैं.
उन्होंने कहा कि वह पुत्र नहीं कुपुत्र है. उसे तो शूट कर देना चाहिए था. मुझे बताया गया था कि वह दो दिनों से ससुराल गया हुआ है, और किसी तरह की बात की जानकारी नहीं है मुझे. उन्होंने कहा कि हम तो जननायक कर्पूरी ठाकुर के साथ रह चुके हैं. वर्ष 1995 से 2000 तक विधायक मंत्री रहे. राज्य मंत्री बने फिर कैबिनेट मंत्री बने. गांव में निर्विरोध मुखिया रहे.