भागलपुरः घर में लगी आग, एक ही परिवार के 3 बच्चों की मौत, माता-पिता बुरी तरह झुलसे, बिजली के तार से लगी थी
By एस पी सिन्हा | Published: March 30, 2021 08:06 PM2021-03-30T20:06:58+5:302021-03-30T20:08:44+5:30
बिहार के भागलपुर जिले के पीरपैंती थाना क्षेत्र के परशुरामपुर पंचायत स्थित अठनियां गाव में आग की चपेट में आकर 3 बच्चों की मौत हो गई.
पटनाः बिहार के भागलपुर जिले के पीरपैंती थाना क्षेत्र के परशुरामपुर पंचायत स्थित अठनियां गाव में एक ही परिवार के 3 बच्चों की आग में झुलसने से दर्दनाक मौत हो गई. घटना लालमुनि मंडल घर में घटी है.
अचानक आग लगने के बाद बच्चों को बचाने के क्रम में बच्चों के माता-पिता भी बुरी तरह आग में झुलस गए. घटना की सूचना मिलते ही पीरपैंती थानाध्यक्ष घटनास्थल पर पहुंचे जिसके बाद ग्रामीणों की मदद से पीड़ित परिवार को पीरपैंती रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां घायलों का इलाज किया जा रहा है. इस घटना में लालमणि मंडल के 3 बच्चों की आग में झुलसकर मौत हो गई.
मृतकों में 4 वर्षीय प्रिया कुमारी, 3 वर्षीय आशीष कुमार और एक साल की नैना कुमारी शामिल है. मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर मायागंज अस्पताल भेज दिया गया है. घटना से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. घटना की जानकारी देते हुए ग्रामीणों ने बताया कि आग बिजली के तार से लगी थी.
भागलपुर जिले के पीरपैंती थाना क्षेत्र के परशुरामपुर गांव में सोमवार रात खाने बनाने के क्रम में एक घर में लगी आग की चपेट में आकर तीन बच्चों की झुलसने से मौत हो गई जबकि बच्चों को बचाने की कोशिश में बच्चों के माता-पिता बुरी तरह झुलस गए.
कहलगांव के अनुमंडल पदाधिकारी सुजय कुमार सिंह ने हादसे की पुष्टि करते हुए मंगलवार को बताया कि अधिकारियों की टीम को घटनास्थल के लिये भेजा गया है. मृतकों में पेशे से मजदूर लालमुनि मंडल के पांच साल के पुत्र सूरज कुमार, तीन साल की पुत्री प्रीति और एक साल की बेटी नैना कुमारी शामिल हैं.
हादसे की सूचना मिलने पर प्रखंड प्रमुख रश्मि कुमारी, पीरपैंती अंचलाधिकारी अरुण गुप्ता और थानाध्यक्ष संजय सत्यार्थी घटनास्थल पहुंचकर जख्मी लालमुनि और उनकी पत्नी को स्थानीय रेफरल अस्पताल पहुंचवाया. दोनों झुलसे दम्पति खतरे से बाहर बताये जाते हैं.
कहलगांव अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रेशू कृष्णा ने बताया कि खाना बनाने के क्रम में लालमुनि के घर में अचानक आग लग जाने से यह हादसा हुआ. ग्रामीणों के प्रयास से अन्य घरों को आग की चपेट में आने से बचाया जा सका.