पटनाः बिहार की राजधानी पटना के बिहटा में जारी हंगामा थमने का नाम नही ले रहा है। महिला खनन इंस्पेक्टर तन्मय कुमारी पर हमले को लेकर गिरफ्तार आरोपियों के परिजनों ने मंगलवार को थाना घेर लिया। परिवार उनको छोड़ने की मांग कर रहे थे। इस दौरान पुलिस वालों ने थाने के गेट पर ताला लगा दिया।
प्रदर्शन करने वाले लोग पुलिस वालों से भीड़ गए। बता दें कि पुलिस ने इस मामले में अबतक 44 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस मामले में तीन प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें 53 नामजद और 44 अज्ञात हैं। खनन पदाधिकारी के बयान पर यह मामला दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी प्रमोद कुमार ने बताया कि फिलहाल सभी मामलों की जांच की जा रही है।
इस मामले में 44 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी को जेल भेजा गया है। इधर बालू लदे वाहनों को भी डीटीओ के द्वारा फाइन किया गया है। वहीं आज परेव के बालू घाटों पर एक भी ट्रक नजर नहीं आ रहा है। कल तक जिस जगहों पर ट्रकों की लंबी कतारें लगी होती थी। वहां पूरा सड़क खाली है।
बदमाशों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस रात भर इलाके में छापेमारी किया है। बालू खनन में कई ट्रक अभी भी सोन नदी के बीचो-बीच फंसी हुई है, जहां से पुलिस के लिए ट्रक को निकाल पाना काफी मुश्किल भरा है। यहां बता दें कि बालू ओवरलोडिंग की चेकिंग के दौरान सोमवार को बालू माफियाओं ने ईंट-पत्थर से खनन पदाधिकारियों और पुलिस की टीम पर हमला कर दिया था।
खनन विभाग की टीम के सदस्यों को दौड़ा-दौड़ाकर भी मारा। पुलिस के कई जवान भाग गए, लेकिन इंस्पेक्टर घिर गईं। इस घटना में खनन इंस्पेक्टर सहित कई पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। जिला खनन विभाग की महिला इंस्पेक्टर कर्मियों के साथ ओवरलोडिंग ट्रकों की चेकिंग करने पहुंची थीं।
इसी दौरान ट्रक चालकों से कहासुनी हो गई थी। इसके बाद बालू माफिया और उसके लोगों ने जिला खनन इंस्पेक्टर समेत अन्य कर्मियों को बिहटा-आरा एनएच मुख्य मार्ग पर परेव गांव के समीप ईंट-पत्थर से हमला शुरू कर दिया। जान बचाने के लिए जिला खनन की टीम भागने लगी। इस दौरान महिला इंस्पेक्टर उनकी पकड़ में आ गईं।