भागलपुरः बिहार में भागलपुर जिले के कहलगांव अनुमंडल के सन्हौला प्रखंड में कब्रिस्तान में कब्रों में दफन मुर्दों के सिर गायब मिलने से इलाके में सनसनी फैली हुई है। लोगों को शक है कि नरमुंड तस्कर मुर्दों के सिर को काटकर उनकी तस्करी कर रहे हैं। तस्कर कब्रों के उस हिस्से की खुदाई करते हैं जिधर मुर्दे का सिर होता है। एक कब्रिस्तान में कब्र खुदी मिली, जिसमें मुर्दे का सिर गायब था। ग्रामीणों के मुताबिक, ऐसा एक दो बार नहीं बल्कि पांच बार हो चुका है। इस संवेदनशील मामले की जांच के लिए भागलपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक हृदयकांत के निर्देश पर एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया। इस टीम का नेतृत्व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कहलगांव शिवानंद सिंह ने किया। जिसके बाद सन्हौला और अमदंडा पुलिस के संयुक्त छापेमारी करके दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
कहलगांव के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शिवानंद सिंह ने बताया कि कब्रिस्तान से नरमुंड की चोरी के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से एक मानव खोपड़ी भी बरामद हुई है। आरोपियों ने कब्र से छेड़छाड़ कर नरमुंड निकाला था। पूछताछ में यह बात सामने आया कि दोनों आरोपी तंत्र-मंत्र और जादू-टोना में विश्वास रखते हैं।
दोनों बांका जिला के बौसी थाना अंतर्गत पोराय गांव के रहने वाले मो. इमदाद आलम (44) और धनकुंड थाना क्षेत्र के बीरबलपुर गांव निवासी मो. आजाद (31) है। जिनके पास से मानव खोपड़ी भी बरामद हुआ है। उन्होंने पुलिस को बताया कि किस मकसद से वो कब्र खोदकर नरमुंड काटकर ले जाते थे। दोनों आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया है।
सन्हौला थानाध्यक्ष ने बताया कि दोनों गिरफ्तार युवक ने बताया कि नरमुंड का पानी पिला देने से लोगों को बहुत फायदा मिलता है। बीमार आदमी चंगा हो जाता है। वैसे पुलिस मामले की गहन जांच में जुटी है।उधर, कब्रिस्तान में कब्रों को खोदकर उनके सिर गायब होने से लोग हैरान और परेशान हैं। यह लोगों के लिए रहस्य है।
हालांकि, कुछ ग्रामीण बताते हैं कि यह तांत्रिकों की करतूत है, उनके द्वारा ही इस तरह की घटना को किया जा रहा है। वहीं इस घटना में किसी मानव तस्कर गिरोह के संलिप्त होने का भी संदेह लोगों को है। लोग बताते हैं कि बेहद ही सावधानी के साथ कब्र की खुदाई की जाती है फिर उसी तरह से बांस के बत्ती से ढक कर उसके ऊपर मिट्टी डाली जाती है ताकि किसी को पता ना चले।
लोगों ने बताया कि कब्रिस्तान के चारों तरफ की गई चाहरदिवारी को भी बार-बार तोड़ दिया जाता है। इस कब्रिस्तान में तीन से चार गांव के मुस्लिम समाज के लोग शवों को दफनाने के लिए आते हैं। नरमुंड की चोरी खासकर जनवरी माह में होती है। सकरामा के मो. बदरूजमा ने अपनी मां बीबी नूरजवीं के कब्र से नर कंकाल को निकाल उसका गला काट चोरी का मामला दर्ज कराया था।
20 दिन की एक बच्ची की मौत के बाद उसी कब्रिस्तान में दफन किया था। उसका भी शव कब्र से बाहर निकल शव से छेड़छाड़ की गयी थी। अब तक छह नर कंकाल के सिर की चोरी करने की बात बतायी जा रही है। ग्रामीणों की मांग पर कब्रिस्तान में तत्काल पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।