मेरठ में प्रेम-प्रसंग के विरोध में हत्या की कोशिश: भाई ओर जीजा ने मिलकर युवती को धारदार हथियार से काटा, पुलिस ने किया गिरफ्तार
By स्वाति सिंह | Published: August 18, 2020 12:42 PM2020-08-18T12:42:15+5:302020-08-18T12:42:15+5:30
मेरठ पुलिस ने बताया कि मजिस्ट्रेट के सामने दिए महिला के बयान के आधार पर उसके भाई सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दूसरा व्यक्ति एक रिश्तेदार था
मेरठ: मेरठ के किठौर थानाक्षेत्र के खादर इलाके में महमूदपुर गढ़ी के जंगल में गंगनहर के पास एक युवती को उसके भाई और उसके एक रिश्तेदार ने जान से मारने का प्रयास किया। युवती पर धारदार हथियार से हमला किया गया। उसको गंगनहर में फेंकने की कोशिश की गई। चीख पुकार मचने पर आसपास के लोग पहुंचे तो आरोपी फरार हो गए। युवती को गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
पुलिस के अनुसार हापुड़ की रहने वाली एक युवती का एक युवक के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा है। युवती अपनी बुआ के यहां परीक्षितगढ़ में रह रही थी। सोमवार को युवती का भाई और जीजा परीक्षितगढ़ में आए थे। आरोप है कि जीजा साले ने युवती के चेहरे पर ब्लेड से हमला कर दिया। युवती ने शोर मचा दिया था। जिस पर आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। जिस पर जीजा साले युवती को छोड़कर फरार हो गए। सूचना पर पहुंची किठौर पुलिस ने घायल युवती को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। युवती ने अपने भाई और जीजा के खिलाफ बयान दिए। उसी के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया।
वहीं, पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी। मेरठ पुलिस ने बताया कि मजिस्ट्रेट के सामने दिए महिला के बयान के आधार पर उसके भाई सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दूसरा व्यक्ति एक रिश्तेदार था। यह घटना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा एक नया "महिला और बाल सुरक्षा संगठन" स्थापित करने के कदम के साथ हुई, जो इस महीने सिर्फ राज्य के विभिन्न हिस्सों से महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराधों पर नजर रखने के लिए बनाई गई है। एक प्रेस विज्ञप्ति में सरकार ने कहा कि इकाई का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रैंक का पुलिस अधिकारी करेगा और दूसरा वरिष्ठ पुलिस रैंक।
मेरठ में हुई इस घटना का विवरण सामने आने के बाद यूपी पुलिस ने लोगों से नजारा देखने के बजाय मदद करने की अपील की। पुलिस ने कहा, 'किसी के घायल होने और उस व्यक्ति को अस्पताल ले जाने के बीच के समय को 'गोल्डन ऑवर' कहा जाता है। यह एक महत्वपूर्ण समय है। उच्चतम न्यायालय ने फैसला दिया है कि जो भी व्यक्ति ऐसे व्यक्ति को अस्पताल ले जाएगा, उससे पूछताछ नहीं की जाएगी। इसलिए मैं सभी से इस बात की अपील करता हूं।' वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अवनीश पांडे ने कहा कि वीडियो बनाने के बजाए कृपया ऐसे व्यक्ति को अस्पताल ले जाएं।पुलिस के आने का इंतजार न करें।'
बता दें कि यूपी में आए दिन महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाएं बढ़ती जा रहा है। गोरखपुर जिले में शुक्रवार को एक किशोर लड़की के साथ दो पुरुषों द्वारा कथित तौर पर बलात्कार किया गया और उसके शरीर को सिगरेट से जला दिया गया। वहीं, शनिवार को लखीमपुर खीरी जिले में एक 13 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। उसका शव एक गन्ने के खेत में मिला था।